बेड-टॉयलेट-टेलिफोन, हीटर और गीजर से लैस गुफा जहाँ ध्यान लगा रहे मोदी! जानें इस गुफा की खासियत

केदारनाथ : हाल ही में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए करीब दो महीने से ज्यादा समय तक पीएम मोदी ने देश के अलग अलग हिस्सों में जाकर चुनाव प्रचार किया और जनसभाओं को संबोधित किया। शुक्रवार को चुनाव प्रचार के समापन के बाद एक बार फिर पीएम आध्यात्मिकता के रंग में रंगे नजर आए। चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय यात्रा पर उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम मंदिर में पहुंचे। यहां पहुंचकर पीएम नरेंद्र मोदी ने मशहूर शिव तीर्थ भगवान केदारनाथ के दरबार में पूजा की। इसके बाद केदारनाथ तीर्थ के पास ही एक गुफा में पीएम ध्यान में लीन हो गए हैं।


इस दौरान किसी भी व्यक्ति को गुफा में जाने की अनुमति नहीं थी। जिस गुफा में प्रधानमंत्री ने ध्यान लगाया वह केदारनाथ मंदिर के बांयी ओर पहाड़ी पर स्थित है। इस गुफा का निर्माण इसी साल अप्रैल में संपन्न हुआ है। मंदाकिनी नदी के एक छोर पर बनायी गई इस गुफा का निर्माण नेहरु पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किया गया है। गुफा की खासियत की बात करें तो 5 मीटर लंबी और 3 मीटर चौड़ी इस गुफा में बेड, टॉयलेट, बिजली और टेलीफोन जैसी आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्थी की गई है। यह गुफा समुद्र तल से 12,250 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह गुफा अभी ट्रायल के तौर पर तैयार की गई है। एनबीटी की एक खबर के अनुसार, बाद में इस तरह की 5 गुफाओं का अभी और निर्माण होना है।

श्रद्धालु 990 रुपए देकर एक दिन के लिए गुफा बुक करा सकते हैं। श्रद्धालुओं को दिन में भोजन भी गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन उसके लिए अलग से चार्ज देने होंगे। यह गुफा एक बार में अधिकतम 3 दिनों के लिए बुक करायी जा सकती है। हालांकि जरुरी होने पर बुकिंग की यह अवधि बढ़ायी जा सकती है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि रात में प्रधानमंत्री के लिए डिनर भेजा गया था। मोदी रविवार (19 मई) को बद्रीनाथ जायेंगे। गुफा में ठंड को देखते हुए बिजली, एक हीटर, और गीजर की भी व्यवस्था है। इसके साथ ही गुफा के नजदीक ही सुरक्षाकर्मियों के टेंट भी लगाए गए थे। बता दें केदारनाथ में रात के समय तापमान माइनस 3 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है।

करीब डेढ़ माह तक चली लोकसभा चुनाव की थकान भरी कवायद का परिणाम आने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार (18 मई) को केदारनाथ पहुंचे और उन्होंने भगवान शिव का रूद्राभिषेक कर उनकी आराधना की। प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से उतरने पर स्लेटी रंग के पहाड़ी परिधान और पहाड़ी टोपी पहने और कमर में केसरिया गमछा बांधे दिखाई दिए। हेलीपैड से मंदिर पहुंचने के पैदल रास्ते के दोनों ओर मौजूद श्रद्धालुओं तथा स्थानीय जनता का उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया।

सोशल मीडिया यूजर भी पीएम मोदी को कर रहे हैं ट्रोल
एक टि्वटर यूजर @DividerInChief_ ने लिखा, कोई मेरी एक्टिंग की तारीफ नहीं कर रहा। सबको बस कमियां निकालनी आती है।
@4lloydee ने लिखा, दुनिया के लोगों का मनोरंजन करने में कभी फेल नहीं होते। हम हर रोज एक नया हंसी का पात्र बन जाते हैं।
@Rakesh60542217 ने लिखा, बनारस के ब्राह्मण और ऊंची जाति वाले वोटरों को लुभाने का नया चुनावी अभियान।
@rafalehimaksh25 ने लिखा, 23 मई को ये हारने के बाद मैं टि्वटर का त्याग कारनेवाला हूं। 23 मई के बाद ट्विटर का सारा मनोरंजन खत्म होने वाला है।
@bholeyShiv ने लिखा, हम वहां भी ध्यान करना चाहते हैं। केदारनाथ पर कब्जा मत कीजिए।
@Prince98082031 ने लिखा, गुफा में भी गद्दा लगवाया है क्या।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम पद संभालने के बाद से चौथी बार केदारनाथ पहुंचे हैं। अपनी युवावस्था में भी पीएम मोदी केदारनाथ में प्रवास कर ध्यान साधना कर चुके हैं। युवावस्था में पीएम ने केदारनाथ के गुरुड़चट्टी में आध्यात्मिक साधना करते हुए काफी वक्त बिताया था। अक्टूबर, 2017 में अपनी केदारनाथ यात्रा के दौरान पीएम ने यहां पर पांच योजनाओं का शिलान्यास किया था। उस समय पीएम ने केदारनाथ में योग साधना के लिए गुफाओं और ध्यान सेंटर के निर्माण की बात कही थी। बता दें कि केदारनाथ की इस गुफा में सबसे पहले महाराष्ट्र के जय शाह ने तीन दिनों तक ध्यान किया था।