इजरायल से युद्ध हुए तो क्या अकेला पड़ेगा ईरान?

रूसी न्यूज़ एजेन्सी स्पूतनिक ने अपनी एक रिपोर्ट में इस सवाल का जायज़ा लिया है कि अगर इस्राईल और ईरान के बीच, युद्ध होता है तो रूस, किस का साथ देगा?

स्पूतनिक के अनुसार मध्य पूर्व के मामलों के विशेषज्ञ, योग्नी सातानोफेस्की ने इस सवाल का जायज़ा लिया है। योग्नी सातानोफेस्की का कहना है कि इस्राईल और ईरान के बीच, संभावित युद्ध की दशा में रूस तीसरा पक्ष नहीं बनेगा। हम इस युद्ध से दूर ही रहेंगे और इस युद्ध को गहरे दुख और खेद के साथ देखेंगे लेकिन हम कुछ भी नहीं करेंगे।

उनका कहना है कि दुनिया के हालात जिनते खराब होंगे उतना ही विभिन्न देशों में झड़प का खतरा बढ़ेगा। भारत और पाकिस्तान भी एक दूसरे को युद्ध की धमकी दे रहे हैं और पाकिस्तान को लगता है कि शायद इन हालात में चीन उसका साथ देगा मगर हक़ीक़त यह है कि इस प्रकार के विवादों से दूर रहना ही बेहतर होता है लेकिन जहां तक हमारा मामला है तो हम किसी भी युद्ध में सीधे रूप से शामिल नहीं होंगे हथियार दे सकते हैं और मध्यस्थता भी कर सकते हैं किंतु लड़ नहीं सकते।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, योग्नी सातानोफेस्की का कहना है कि चीन के भी ईरान के साथ विशेष संबंध हैं लेकिन मेरे विचार में चीनी भी इस्राईल व ईरान के संभावित युद्ध में फंसना पसन्द नहीं करेंगें।

याद रहे हालिया दिनों में इस्राईली प्रधानमंत्री की रूस यात्रा और पुतीन के साथ वार्ता के बाद कुछ गलियारे, ईरान व रूस के मध्य दूरी का प्रचार कर रहे हैं। ईरान और रूस ने सीरिया में साथ मिल कर आतंकियों को इस देश से खदेड़ दिया है जिसके बाद इस दोस्ती के दुश्मन, बहुत अधिक हो गये हैं।