इस रमज़ान रोजा तोड़ जान बचाने के लिए दो मुस्लिमों ने दिया हिन्दूओं को खून!

जाति, धर्म और समुदाय से ऊपर उठकर सोचना ही मानवता हैं। मानवता की एक मिसाल हाल ही में बिहार के गोपलगंज में देखने को मिली। जब 8 वर्ष के मासूम पुनीत कुमार को जावेद आलम ने अपने रोजे की परवाह किए बिना खून दिया। बता दे कि 8 साल का मासूम बच्चा अस्पताल में भर्ती था, और उसे खून की आवश्यकता थी।

वहीं पिछले हफ्ते देहरादून में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था. जब आरिफ नाम के एक मुस्लिम शख्स ने भी अपने रोजे की परवाह किए बिना अस्पताल में भर्ती हिन्दू शख्स अजय को खून दिया था।। वहीं अब केरल का एक हिन्दू मंदिर मानवता की एक नई मिसाल पेश करने जा रहा हैं।

पवित्र रमजान माह में केरल के मल्‍लापुरम जिले का एक विष्‍णु मंदिर करीब 700 मुस्लिमों को इफ्तार पार्टी देगा। यह आपस में सद्भावना की मिसाल हैं। मंदिर इफ्तार पार्टी में किसी भी रोजेदार को नॉनवेज नही परोसेगा। इफ्तार पार्टी में केवल वेज व्यंजन ही शामिल किए जाएंगे। जिनमे वेज बिरयानी, नाश्‍ता, फल, जूस और स्‍पेशल पेय पदार्थ शामिल रहेंगे।

जानकारी के मुताबिक़, यह मंदिर के प्रतिष्‍ठा दिनम त्‍योहार का हिस्‍सा है। और इस त्यौहार के अगले दिन मुसलमानों के लिए इफ्तार का आयोजन किया जाएगा।

मंदिर कमेटी के मोहन नायर के मुताबिक़, ‘मुस्लिम बहुल इलाकों के गांवों में रहने वाले स्‍थानीय लोगों की मदद से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जाति, धर्म और राजनीति का भेद नहीं है। कमेटी ने कार्यक्रम में सभी को बुलाया है और 700 लोगों के आने की उम्‍मीद है।