ईरान ने अमेरिका से ज़ंग को संयुक्त राष्ट्र को दी चेतावनी!

संयुक्त राष्ट्र संघ में इस्लामी गणतंत्र ईरान के स्थाई प्रतिनिधि ने क्षेत्र के बाहर से, षडयंत्रों की ओर से सचेत करते हुए कहा है कि फार्स की खाड़ी के संकट का एकमात्र समाधान, क्षेत्रीय देशों के मध्य वार्ता है।

मजीद तख्त रवांची ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव और सुरक्षा परिषद के प्रमुख के नाम अपने पत्रों में लिखा है कि वर्तमान समय में ऐसे लक्षण दिखे हैं जिनसे पता चलता है कि क्षेत्र से बाहर के कुछ गलियारे, झूठ, गलत जानकारियों और भ्रामक खबरों की मदद से तथा मध्य पूर्व में अपने सहयोगियों के सहारे अपने गैर कानूनी लक्ष्यों की पूर्ति का प्रयास कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थाई प्रतिनिधि ने कहा कि इन विशेष गलियारों का मुख्य उद्देश्य, फार्स की खाड़ी के देशों में मतभेद फैलाना, उनके मध्य विश्वास में कमी करना तथा इस क्षेत्र में अशांति बढ़ाना है इस लिए यदि स्थिति पर नियंत्रण नहीं किया गया तो संभव है हालात, नियंत्रण से बाहर हो जाएं और एक अन्य अनावश्यक, संकट क्षेत्र में पैदा हो जाए।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, तख्त रवान्ची ने इस बात पर बल देते हुए कि ईरान ने हमेशा झड़प और टकराव को अस्वीकार किया है, कहा है कि इन हालात में स्पष्ट रूप से हम यह कहना चाहते हैं कि अगर हम पर युद्ध थोपा गया तो हम आत्म रक्षा के अपने कानूनी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए ठोस जवाब देंगे।

उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि यदि मुद्दों का पूरी तरह से समाधान नहीं हुआ तो किसी भी प्रकार के संभावित टकराव का दायरा बड़ी तेज़ी से क्षेत्र की सीमाओं को पार करते हुए बड़ी सरलता से विश्व शांति को खतरे में डाल देगा।