कश्मीर में ताक़त और तशद्दुद का खेल बंद हो : हिना रब्बानी

न्यूयार्क। 23 सितंबर । ( एजैंसीज़ ) पाकिस्तानी वज़ीर-ए-ख़ारजा हिना रब्बानी खुर ने कहा है कि मसला-ए-कश्मीर का मुंसिफ़ाना और पुरअमन हल अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की क़रारदादों के मुताबिक़ होना चाहीए । हिना रब्बानी ने न्यूयार्क में ओ आई सी (तंज़ीम इस्लामी ममालिक) राबिता ग्रुप के इजलास से ख़िताब करते हुए कहा कि मसला-ए-कश्मीर का मुंसिफ़ाना और पुरअमन हल अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की क़रारदादों के मुताबिक़ होना चाआए। उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान ओ आई सी का शुक्रिया अदा करता है कि कश्मीर अब भी ओ आई सी के एजंडे में शामिल है। हिंदूस्तान अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के मंशूर में दिए गए हक़ ख़ुद इख़तियारी से मुसलसल इनकार कररहा है जबकि हिंदूस्तान के अस्करी और पुलिस ऑपरेशंस के बावजूद कश्मीरीयों ने हिम्मत नहीं हारी है । हिना रब्बानी ने जो हाल में हिंदूस्तान का दौरा करचुकी हैं, पहली बार इस मसला पर ठोस मौक़िफ़ इख़तियार करते हुए कहा कि हिंदूस्तान कश्मीर में ताक़त और तशद्दुद का खेल बंद करे , कश्मीर में हालिया तशद्दुद और ख़वातीन के ज़्यादती के वाक़ियात ने कश्मीर की तहरीक को एक नया रुख दिया है। उन्हों ने इद्दिआ किया कि पाकिस्तान कश्मीरीयों पर मज़ालिम से लाताल्लुक़ नहीं रह सकता। मुज़ाकरात ही मसला-ए-कश्मीर का हल ही।ओ आई सी ग्रुप इजलास में तुर्की के वज़ीर-ए-ख़ारजा, सऊदी अरब,नाइजर और दीगर रुकन ममालिक के मंदूबीन शामिल थे और इस साल ओ आई सी राबिता ग्रुप इजलास में कश्मीरी रहनमाआओं में से सिर्फ मीर वाइज़ उम्र फ़ारूक़ शरीक हुए