कार्यकर्ताओं से बोले BJP विधायक,‘सरकारी कर्मचारी सम्‍मान न करें तो जूता उतारकर मारिये’

उत्‍तर प्रदेश के ललितपुर सदर से BJP विधायक रामरतन कुशवाहा ने विवादित बयान दिया है. महरौनी में कुशवाहा ने BJP कार्यकर्ता सम्‍मेलन में कहा कि प्रदेश के कर्मचारी दो माह में ठीक न हों तो जूता उतारकर मारिये. कुशवाहा ने दावा किया कि सपा-बसपा मानसिकता के अधिकारियों ने चुनाव में कार्यकर्ताओं को हड़काया और सदस्‍यता लेने के लिए मजबूर किया.

सदर विधायक ने कहा, “प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहरलाल पंथ, सांसद अनुराग शर्मा और वह खुद मिलकर काम करेंगे. प्रदेश के कर्मचारी महीने या दो महीने में ठीक नहीं होते हैं तो अपना जूता उतारिये और मारिये. बर्दाश्त करने की एक सीमा होती है.”

BJP बोली- बयान से सहमत नहीं

स्‍थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पार्टी के नेताओं ने कुशवाहा के इस बयान से किनारा कर लिया है. BJP के बुंदेलखंड क्षेत्र व जिला प्रभारी रामकिशोर साहू ने कहा, “पूर्ववर्ती सरकारों में अधिकारियों ने भ्रष्टाचार व मनमानी की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया है. इससे अधिकारियों में बौखलाहट है और उन्होंने कमजोर व्यक्तियों के साथ बुरा व्यवहार शुरू कर दिया है. ऐसे अधिकारियों को चिह्नित करने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री ने कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की है.”

साहू ने आगे कहा, “सदर विधायक रामरतन कुशवाहा के दिए बयान से वह सहमत नहीं है. इससे अव्यवस्था हो जाएगी. श्रम एवं सेवायोजन मंत्री मनोहरलाल पंथ ने मौके पर ही उनकी बात का खंडन कर दिया था. वह शीघ्र ही दोनों विधायक एवं संगठन की बैठक करेंगे. इसके उपरांत चिह्नित अधिकारियों की शिकायत उच्च अधिकारी एवं सीएम से की जाएगी.”