जानिए, कैसे फैलता है शरीर में कैंसर? कैसे जिन्दगी के लिए बन जाता खतरा?

दुनियाभर में कैंसर से मरने वाले लोगों की तादाद में हर साल इजाफा हो रहा है। हालांकि पैसे वाले लोग इलाज के लिए विदेश चले जाते हैं, लेकिन गरीब लोगों के पास पैसा नहीं होने के कारण उनको बचाना काफी मुश्किल होता है।

शरीर कई प्रकार कि कोशिकाओं से बना है। यह कोशिकाएं शरीर में बदलावों के कारण बढ़ती रहती हैं। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में फैल जाती हैं, तब यह शरीर के बाकि हिस्सों को अपना काम करने में दिक्कत देती हैं, जिससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा सौम्य गांठ या ट्यूमर बन जाता है। इस अवस्था को कैंसर कहते हैं। यही ट्यूमर घातक होता है और बढ़ता रहता है।

यह ट्यूमर शरीर में खून के जरिए शरीर के बाकि हिस्सों में फैलता है। इस प्रक्रिया को मेटास्टैसिस कहते हैं। इसमें कैंसर सेल्स बढ़कर नया ट्यूमर बनाती हैं। सबसे पहले ये सेल्स शरीर को इंफेक्शन से बचाने वाले अंग लिम्फ नोड यानि लसीकापर्व में फैलती हैं।

लिम्फ नोड गले, प्राइवेट पार्ट्स और अंडर आर्म्स में मौजूद होते हैं। इनके अलावा कैंसर खून या ब्लड स्ट्रीम के जरिए हड्डियों, लीवर, फेफड़ों और दिमाग में फैलता है। इन जगहों पर फैलने के बाद कैंसर जिस जगह से शुरू होता है, उसे वही नाम दिया जाता है। जैसे ब्रेस्ट कैंसर फेफड़ों में फैले तो उसे मेटास्टैसिस ब्रेस्ट कैंसर कहा जाएगा, ना कि लंग कैंसर।