जामिया नगर निवास में लगी आग से दो बच्चे की मौत

नई दिल्ली : दक्षिण-पूर्व दिल्ली के जामिया नगर में मंगलवार दोपहर तीन मंजिला घर के अंदर आग लगने से 8 और 10 वर्ष की आयु के दो बच्चों की मौत हो गई। इमारत में दो चचेरे भाई आइशा और ज़ुइब चार-पाँच महिलाओं और कम से कम तीन अन्य बच्चों के साथ फंसे हुए थे। जैसे ही स्थानीय लोगों ने परिवार को इमारत से बाहर निकलने में मदद की, वे पीछे छूट गए। जुएब अपनी मां के साथ गाजियाबाद से जामिया नगर आया था और दोनों बच्चे परीक्षा के बाद की छुट्टियों का आनंद ले रहे थे। उनके दादा, यासीन (60) इमारत के मालिक हैं, जो एक ही परिवार के लगभग 20 सदस्यों का घर था। जब आग लगी, तो लोग एक स्थानीय मस्जिद में थे।

जुइब के पिता दिलशाद ने उसके हाथ पर जलने का इशारा किया और कहा: “हम आग की लपटों और धुएं के कारण इमारत में नहीं जा सके। अग्निशामकों ने इसे समय पर नहीं निकाल पाया। पुलिस व अग्निशमन विभाग की टीम ने करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मृतक बच्चों की पहचान शाहीन बाग निवासी आयशा मलिक (6) व गाजियाबाद निवासी नाजिम (5) के रूप में हुई है।

पुलिस के अनुसार, मंगलवार दोपहर करीब एक बजे सूचना मिली कि शाहीन बाग स्थित एक फर्नीचर की दुकान की पहली मंजिल पर आग लग गई है। मौके पर दमकल की छह गाड़ियां भेजी गई। इमारत में मौजूद लोगों को पुलिस, आपदा प्रबंधन कर्मियों, दमकल कर्मियों व पड़ोसियों ने पीछे के दरवाजे से बाहर निकाला। दो बच्चे आग की चपेट में आने की वजह से गंभीर रूप से झुलस गए। चार एंबुलेंस से दोनों बच्चों व अन्य घायलों को होली फैमिली अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया। नाजिम के पिता ने बताया कि वह रविवार को अपने तीन बच्चों के साथ अपने रिश्तेदार के यहां आए थे। आग इतनी ज्यादा तेज थी कि बेटा नाजिम व भतीजी आयशा को समय रहते नहीं निकाला जा सका।

चार मंजिला घर में नीचे फर्नीचर की दुकान है। इसलिए घर में भारी मात्रा में लकड़ी का सामान रखा था। लकड़ी की वजह से आग तेजी से फैल गई। पहली मंजिल पर लगी आग दूसरी मंजिल तक पहुंच गई थी। पहली मंजिल बुरी तरह जल चुकी है। दूसरी मंजिल को भी नुकसान पहुंचा है।