तीन तलाक के मुद्दे पर आधारित टीवी सीरियल ‘इश्क सुभान अल्लाह’ से उलेमा हुए नाराज़

19 साल की ईशा सिंह शो में ‘ज़ारा सिद्दीकी’ नाम की लड़की का किरदार निभा रही हैं। उन्होंने बताया कि शो के लिए उन्होंने उर्दू सीखी। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे शब्द हैं जिनका उच्चारण करने से पहले मुझे 30-40 बार रिपीट करना पड़ता था।
ईशा सिंह ने बताया कि वह भोपाल से हैं इसलिए उन्हें इस्लाम से जुड़े रीति-रिवाज और संस्कृति को करीब से देखने का मौका मिला है। उन्होंने बताया कि उन्होंने वहां रहते वक्त ही नमाज़ अदा करना सीख लिया था।

तीन तलाक के मुद्दे पर जब शो की लीड एक्ट्रेस की राय पूछी गई तो उन्होंने कहा कि जब निकाह के वक्त लड़की से उसकी रजामंदी मांगी जाती है, तो फिर तलाक के वक्त क्यों नहीं? वे (पुरुष) महिलाओं से नहीं पूछते। यह गलत है। इस मामले में दोनों को बराबर हक मिलना चाहिए।

उलमा संगठनों ने सीरियल को लेकर कड़ी आपत्ति जाहिर की है। सीरियल में तीन तलाक को कहानी बनाकर मनोरंजन में पिरोया गया है, इससे उलमा नाइत्तेफाकी रखते हैं। शरीयत बोर्ड के अध्यक्ष, इमाम संगठन और जमीयत उलमा-ए-हिंद ने भी सीरियल पर सवाल खड़े किए हैं।

मुज़फ्फरनगर में उलमा का साफ रुख है कि इस तरह से धार्मिक मुद्दों को लेकर धारावाहिक बनाए जाने गलत हैं। मामले में उलमा दारुल उलूम से राय लेंगे, उसके बाद अगला कदम उठाया जाएगा। जी टीवी पर सीरियल ‘इश्क सुभान अल्लाह’ रात 10 बजे प्रसारित होगा।