दहेज में स्कूटी नहीं मिलने से पत्नी को जला कर मार डाला

रांची: पुलिस ने अपनी जांच में सुनील कुमार दास को दहेज में स्कूटी और रुपये नहीं मिलने पर पत्नी पुष्पा दास को जिंदा जलाने का दोषी पाया है.  सुनील गाड़ीगांव का रहनेवाला है, जबकि  उनकी पत्नी पश्चिमी सिंहभूम जिला के सोनुवा थाना क्षेत्र की रहनेवाली थी. इससे संबंधित जांच रिपोर्ट रामगढ़ एसपी के पद पर ट्रांसफर होने से पूर्व रांची के सिटी एसपी किशोर कौशल ने तैयार की थी. जांच रिपोर्ट के अनुसार पुष्पा दास की हत्या को लेकर उनके पिता ने खेलगांव ओपी में छह दिसंबर 2016 को केस दर्ज कराया था.

केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू थी. मामले में सुपरिजन रिपोर्ट सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव ने तैयार की थी. उन्होंने महिला की हत्या में सुनील कुमार को जिम्मेवार पाया था. डीएसपी ने मामले में अन्य आरोपी ससुर बालमुकुंद दास, सास वीणा देवी और मृतिका की ननद की संलिप्तता की जांच का आदेश दिया था.

तत्कालीन सिटी एसपी की जांच रिपोर्ट के अनुसार पुष्पा दास उर्फ मीनू कुमारी की शादी वर्ष 2001 में  सुनील कुमार दास से थी. शादी के कुछ दिन बाद ही सुनील अपनी पत्नी पर मायके से दहेज में अलमारी, स्कूटी और रुपये लाने के लिए दबाव देने लगा. दहेज नहीं लाने पर सुनील, पुष्पा दास को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा. 27 अक्तूबर 2016 को पुष्पा दास के परिवारवालों को पता चला कि उनकी बेटी को तेल छिड़ कर जला दिया गया है. पुष्पा को इलाज के लिए रिम्स में भरती कराया गया है. जब परिवार के सदस्य रिम्स पहुंचे, तब पुष्पा मृत अवस्था में पड़ी है. अब पुलिस उक्त मामले में ससुर, सास व ननद की संलिप्तता की जांच कर रही है. मृतिका का एक पांच वर्ष का बच्चा भी है. अब पुलिस घटना के संबंध में उससे भी जानकारी लेगी.