मॉब लिंचिंग: वॉट्सऐप पर नहीं रुक रही अफवाह, सरकार कंपनी से फिर मांगेगी जवाब

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय एक बार फिर अफवाहें फैलाने वाले संदेशों पर अंकुश लगाने को लेकर सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी वॉट्सऐप से बात कर सकता है. मंत्रालय का मानना है कि वॉट्सऐप ने भीड़ को उकसाने वाले फर्जी संदेशों पर लगाम लगाने के मामले में सरकार की सभी आपत्तियों को दूर नहीं किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार अगले कुछ दिनों के भीतर फिर से वॉट्सऐप कंपनी से पूछताछ कर सकती है. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा , ‘ हमें वॉट्सऐप से फिर बात करनी होंगी. यह सिर्फ तभी होता है जब इससे पहले की प्रतिक्रिया से पूरी तरह संतुष्टि नहीं मिली हो.

उन्होंने कहा कि आईटी मंत्रालय को वॉट्सऐप से और उम्मीदें हैं और वह मामले को देख रही है. उन्होंने कहा कि इसमें 2-3 दिन लग सकते हैं. अधिकारी ने कहा , ‘ मंत्रालय को लगता है कि अभी और किए जाने की जरूरत है. उन्होंने सभी आपत्तियों को दूर नहीं किया है. वॉट्सऐप ने इस मामले में भेजे गये ई-मेल का जवाब नहीं दिया है.

गौरतलब है कि हाल ही में बेंगलुरु में एक वॉट्सऐप वीडियो में हैदराबाद के तकनीकी पेशेवर मोहम्मद आजम उस्मानसाब को गलत तरीके से बच्चा चोर बताये जाने के कारण 13 जुलाई को बीदर के समीप लोगों ने पीट – पीटकर मार डाला था. यह वीडियो जहां से जारी किया गया था उसमें कहा गया था कि तीन बच्चों को अजनबियों ने अगवा कर लिया, वे उन्हें चॉकलेट , बिस्कुट और खिलौने का लालच देकर अपने जाल में फंसाते हैं. उसमें यह भी कहा गया है कि 400 अपहर्ताओं का एक गिरोह बच्चों की तस्करी के वास्ते बेंगलुरु पहुंचा है.

वॉट्सऐप पर फैलाई गई अफवाह की वजह से भीड़ द्वारा हत्या का यह पहला मामला नहीं है. हाल ही में पूरे देश में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं. इसे देखते हुए सरकार ने पहले भी वॉट्सऐप से बात की थी और अफवाहों को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा था. इसके बाद वॉट्सऐप ने भारत के अखबारों में विज्ञापन देकर अफवाहों को रोकने और लोगों को समझदारी के साथ इसके इस्तेमाल की बात कही थी.