मोदी-अमित शाह की जोड़ी को हारने का मिल कर काम करे कार्यकर्ता

कसभा 2019 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान पहले ही कर दिया है। लेकिन उसके बावजूद यह बहुत मायने रखता है कि राज ठाकरे पर्दे के पीछे से किस गठबंधन को अपना सपोर्ट देते हैं। क्योंकि न सिर्फ मुंबई बल्कि पूरे महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना एक तबके तक अपनी पहुंच रखती है। यह देखना इसलिए भी जरूरी हो जाता है कि कभी शरद पवार की पार्टी एनसीपी के लोग कहते सुने जाते हैं कि राज ठाकरे उनका समर्थन कर रहे हैं। तो कभी भाजपा के लोग यह दावा करते हैं कि राज ठाकरे उनके समर्थन में है।

 

इसलिए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राज ठाकरे ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उनके फेसबुक पेज पर सीधा प्रसारित की गई। जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वह लोकसभा चुनाव से पहले किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं। लेकिन राज ठाकरे ने मोदी और शाह की जोड़ी का भरपूर विरोध किया।

उन्होंने अपने भाषण में मोदी सरकार पर तीखे हमले किए और लोगों से साफ तौर पर बीजेपी को वोट ना देने की अपील की उन्होंने कहा कि इस समय भारत में जो माहौल चल रहा है देश भर में अब मोदी शाह मुक्त भारत की जरूरत है। आज की जो राजनीतिक स्थिति है वह मोदी शाह बनाम देश की अन्य पार्टियां है तो ऐसे में बहुत सोच-समझकर लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करें।

 

मोदी सरकार पर करारा प्रहार करते हुए राज ठाकरे ने कहा की पुलवामा अटैक के बाद एयर स्ट्राइक के बहाने जमकर राजनीति करने वाले मोदी क्या यह बताएंगे कि वह पाकिस्तान से युद्ध की बात तो कर रहे थे, लेकिन जब देश का खजाना खाली है, देश के पास पैसा नहीं है, तो युद्ध किस कदर लड़ते ?

 

राज ठाकरे ने मोदी से यह भी सवाल किया कि आरबीआई से 3लाख करोड रुपए की मांग आखिर क्यों की गई है ? जिसमें से आरबीआई ने 28 हजार करोड रुपए मोदी सरकार को दिए भी हैं और यही तीन लाख करोड़ रुपए उर्जित पटेल देने के लिए तैयार नहीं थे जिसके लिए उन्होंने इस्तीफा देना पड़ा।

पुलवामा अटैक के बाद भारतीय एयर स्ट्राइक द्वारा जमकर राजनीति तो की गई लेकिन मोदी सरकार ने जो भी फोटो दिखाए हैं या जिसे प्रचारित किया गया वह फर्जी फोटो था।

 

आगे बढ़ते हुए राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या के मुद्दे को भी उठाया उन्होंने कहा कि जिन आत्महत्या किसानों की बात मोदी सरकार या नरेंद्र मोदी अपने चुनावी भाषणों में करते हैं उस मोदी सरकार ने अपने 5 साल के शासन काल में किसानों की सुध तक नहीं ली 2015 से 2019 के बीच केवल महाराष्ट्र में 14000 किसानों ने आत्महत्या की। तो कुल मिलाकर जो इस समय मोदी सरकार या मोदी के मंत्री या जो भी चुनावी प्रचार कर रहे हैं वह सिर्फ और सिर्फ लोकसभा चुनाव में जनता और मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है राज ठाकरे ने खुले तौर पर बीजेपी का विरोध किया है।