रमजान के रोजे कल से शुरु, आज पढ़ी जाएगी तरावीह की नमाज

रमजान का पाक महीना 7 मई से शुरू होने वाला है. रमजान का चांद कल न दिख पाने के कारण अब पहला रोजा 7 मई, मंगलवार को रखा जाएगा. रमजान के लिए तरावीह की नमाज 6 मई से पढ़ी जाएगी. लखनऊ में चांद के दीदार के लिए मरकजी चांद कमेटी की ओर से ऐशबाग ईदगाह में विशेष इंतजाम किए गए थे.

अन्य शहरों से भी चांद नहीं दिखने की तस्दीक होने पर मौलाना खालिद रशीद ने चांद के मुताबिक मंगलवार से रमजान शुरू होने का ऐलान किया है.

जामा मस्जिद के इमाम अहमद बुखारी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दिल्ली और देश के अन्य हिस्से में चांद नहीं दिखा है और कहीं से चांद दिखने की गवाही भी नहीं आयी है. रविवार को चांद नहीं दिखाने और 7 मई को पहला रोज़ा होने का ऐलान किया है.

माना जाता है कि अल्लाह रमजान (Ramzan) के महीने में सारे गुनाहों और गलतियों को माफ कर देते हैं. रोजा के दौरान रोजादार पूरे दिन 5 वक्त की नमाज अदा करते हैं. हर मुसलमान की जिंदगी में रमजान के महीने की खास अहमियत होती है, क्योंकि कहा जाता है कि इस महीने में जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं.

आम दिनों में अल्लाह की इबादत से दूर रहने वाला शख्स भी रमजान में रोजा रखता है. रोजा का मतलब बंदिश (मनाही), सिर्फ खाने पीने की बंदिश नहीं है बल्कि हर उस बुराई से दूर रहने की बंदिश है जो इस्लाम में मना है.