विटामिन सी और ई का ज़ाइद इस्तिमाल हमेशा फ़ायदेमंद नहीं

नारवे स्कूल आफ़ स्पोर्टस साइंस के डाक्टर गोरण पालीन की नई तहक़ीक़ के मुताबिक़ विटामिन सी और ई के ज़ाइद इस्तिमाल करने वालों को होशयार होजाना चाहिए क्योंकि इन विटामिंस की मिक़दार वाली अशिया का ज़ाइद इस्तिमाल खिलाड़ियों की जानिब से किया जाता है और वो ये समझते हैं कि ऐसा करने से उनके रग पट्ठे मज़ीद तवाना होंगे|

नई तहक़ीक़ ये बताती है कि विटामिन सी और ई की मिक़दार वाली अशिया का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तिमाल खिलाड़ियों के लिए भी कोई ख़ास फ़ायदेमंद नहीं होती। जिस्मानी तौर पर यूं तो कोई नुक़्सान नहीं होता लेकिन इस ख़ुशफ़हमी में रहना भी मुनासिब नहीं कि विटामिन सी और ई से खिलाड़ी मज़ीद तवानाई हासिल कररहे हैं।

इस तरह ग्यारह हफ़्तों की तवील मुद्दत के लिए एक आज़माईशी प्रोग्राम शुरू किया गया जिस में 54 सेहत मंद और नौजवान मर्द‍ ओ‍ ख्वातीन 1000 मिली ग्राम विटामिन सी और 235 ग्राम विटामिन ई वाली अशिया फ़राहम की गईं और इस तरह इन तमाम लोगों ने तर्बियती प्रोग्राम मुकम्मल किया जिस में एक हफ़्ता के दौरान तीन ता चार सेशन्स हुआ करते जिस में ज़्यादा तर शुरका को तेज़ दौड़ने केलिए कहा जाता था।

इसके बाद इनका फ़िटनेस टेस्ट किया जाता, ख़ून का नमूना लिया जाता और पट्ठों की पैमाइश की जाती लेकिन इसके बाद जो नतीजा निकला वो हैरानकुन था क्योंकि मज़कूरा बाला तमाम मर्द‍ ओ‍ ख्वातीन की जिस्मानी हालत में कोई ख़ास तबदीली नोट नहीं की गई।