विवादित धर्मगुरु राधे मां के अच्छे दिन: जूना अखाड़े ने निलंबन वापस लिया

देशभर के तमाम अखाड़े अगले साल मार्च में प्रयागराज में लगने वाले कुंभ की तैयारी में जुटे हैं। इसी कड़ी में जूना अखाड़े ने विवादित धर्मगुरु राधे मां का निलंबन वापस ले लिया है साथ ही उनकी महामंडलेश्वर की पदवी भी फिर से बहाल कर दी गई है।

जून अखाड़े के इस कदम से राधे में कुंभ मेले में शामिल हो पाएंगी, साथ ही वो पेशवाई और शाही स्नान में भी हिस्सा ले सकेंगी। इतना ही नहीं जूना अखाड़े ने राधे मां के साथ-साथ विवादित पायलट बाबा का भी निलंबन वापसी का ऐलान किया है। इसके साथ ही उनकी महामंडलेश्वर की पदवी भी बहाल कर दी गई है।

बताया जा रहा है कि दोनों की ओर लिखित माफी मांगने के बाद दोनों की जूना अखाड़े ने निलंबन वापसी ली है और उनके महामंडलेश्वर की पदवी बहाल की है। आपको बता दें कि 2013 में प्रयाग में ही लगने वाले कुंभ से पहले दोनों को जून अखाड़े से निलंबित किया गया था।

इससे पहले जूना अखाड़ा ने मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में आरोप से बड़ी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का भी निलंबन वापस ले लिया था। अखाड़ा के पदाधिकारियों ने आम सहमति ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के निर्दोष साबित होने के बाद ये फैसला लिया था।

बताया जा रहा है कि प्रज्ञा ठाकुर के समर्थकों ने जूना अखाड़ा के पदाधिकारियों से मिलकर उनके प्रयाग कुंभ में शामिल होने की इच्छा जताई थी। हालांकि अभी प्रज्ञा ठाकुर को कोई पद नहीं दिया गया है। जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक महंत हरि गिरि का कहना है कि प्रज्ञा हमारे आचार्य पीठाधीश्वर अवधेशानंद की शिष्या हैं।

जब उनके ऊपर देशद्रोह का आरोप लगा तो अखाड़ा ने बाहर कर दिया था, क्योंकि हमारे यहां लोकतंत्र है। अगर किसी व्यक्ति पर देशद्रोह का आरोप लगता है तो उसे अपने साथ नहीं रख सकते, लेकिन अब वह निर्दोष साबित हुई हैं, इसलिए उनका निलंबन वापस ले लिया गया है।

साभार- ‘न्यूज़ 24’