सूडान में बशीर शासन के पतन के बाद अपना आंदोलन जारी रख रहे लोगों ने नए सैन्य शासकों से मांग की है कि वे एक असैन्य सरकार की स्थापना करें। वहीं विदेश मंत्रालय ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से देश में लोकतांत्रिक परिवर्तन के लिए समर्थन मांगा है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, उमर अल बशीर के सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद एक सैन्य परिषद ने सत्ता संभाली है और नए फौजी हुक्मरानों पर दबाव डालने के लिए हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारी खारतूम के सैन्य मुख्यालय में डेरा जमाए हैं।
#Sudan 🇸🇩: the streets of #Khartoum screaming for freedom on the third night of the ongoing protests.
This country is giving us all hope!#موكب8ابريل pic.twitter.com/KK49uSzoIT
— Thomas van Linge (@ThomasVLinge) April 8, 2019
प्रदर्शनकारियों के मंच ‘अलायंस फॉर फ्रीडम ऐंड चेंज’ के एक बयान के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधित्व कर रहे 10 लोगों के एक शिष्टमंडल ने शनिवार देर रात सैन्य शासकों से वार्ता के दौरान अपनी मांगें पेश की।
बयान में बताया गया कि अलायंस के नेताओं में से एक उमर अल-दगीर ने कहा कि पूर्ण रूप से असैन्य सरकार के गठन समेत अपनी मांगों के पूरे होने तक हम अपना धरना जारी रखेंगे।
बाद में सैन्य परिषद ने राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदों से मुलाकात की और उनसे देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक ‘स्वतंत्र व्यक्ति’ के नाम पर सहमत होने की अपील की।
सैन्य परिषद के सदस्य यासिर अल अता ने कई राजनीतिक पार्टियों से कहा कि हम स्वतंत्रता, न्याय और लोकतंत्र पर आधारित एक असैन्य शासन की स्थापना करना चाहते हैं।