हमारा समाज हीरो के बुरे गुणों को कबूल नहीं करता है : नवाजुद्दीन सिद्दीकी

नई दिल्ली: शिवसेना के दिवंगत सुप्रीमो बाल ठाकरे के जीवन पर आधारित फिल्म ‘ठाकरे’ में शीर्षक किरदार निभाने वाले अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को उनके अभिनय के लिए काफी प्रशंसा मिली है लेकिन कुछ आलोचकों ने फिल्म पर पक्षपाती होने का आरोप लगाकर इसकी आलोचना की है।

समीक्षकों द्वारा सराहे गए अभिनेता का कहना है कि भारतीय दर्शक नायक को बुरे किरदार में नहीं देख सकते और बड़े पर्दे पर नायक के सिर्फ बुर गुणों पर प्रकाश डाला जाए तो इससे बॉक्स ऑफिस पर बुरा असर पड़ता है।

फिल्म पर समीक्षकों की राय के बारे में नवाजुद्दीन ने फोन पर दिए साक्षात्कार में आईएएनएस से कहा, “पिछले 40-50 सालों से हम नायक को अच्छा दिखाते रहे हैं। दर्शक नायक को बुरा नहीं देखते। अगर नायक का सिर्फ नकारात्मक पक्ष ही दिखाया जाता तो वह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चलेगी।”

उन्होंने कहा, “हमारा समाज नायक में नकारात्मक गुण देखने के लिए तैयार नहीं है। मेरी पिछली फिल्म ‘मंटो’ और ‘रमन राघव 2.0’ ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। उन फिल्मों में मैने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन ठंडी प्रतिक्रिया मिली. मुझे ऐहसास हुआ कि हमारे दर्शक नायकों को नकारात्मक गुणों के साथ स्वीकार नहीं कर सकते।”

‘ठाकरे’ की समीक्षा को दरकिनार करते हुए नवाजुद्दीन अपनी प्रमुख भूमिका वाली ‘ठाकरे’ के अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग साबित होने से बेहद खुश हैं। फिल्म ने इसकी रिलीज के दिन (25 जनवरी) को छह करोड़ रुपये की कमाई की।

उन्होंने कहा, “लोगों से मिलने वाले प्यार और प्रतिक्रियाएं पाकर मैं खुश हूं। मैं सभी का शुक्रगुजार हूं। ‘ठाकरे’ मेरी प्रमुख भूमिका वाली पहली फिल्म है जिसकी पहले दिन इतनी कमाई हुई हो। मैं खुद को खुशकिस्मत और सम्मानित महसूस कर रहा हूं जो पर्दे पर बालासाहेब जी का किरदार निभाने का मौका मिला।”

लेकिन 44 वर्षीय अभिनेता यह भी कहते हैं कि उन्हें बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के बारे में ज्यादा सोचना पसंद नहीं है।

उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं, तो मैं फिल्म की कमाई के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। लेकिन यह एक अजीब जगह है, कई लोग फिल्म के बारे में अपनी राय उसकी कमाई को देखकर बनाते हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता कि कंटेंट क्या है।”

उन्होंने कहा, “कई फिल्में ऐसी हैं जिनमें कलाकारों ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन फिल्म ने अच्छी कमाई नहीं की. उन्हें फ्लॉप बोल दिया गया। और कई ऐसी फिल्में हैं जिनमें कलाकारों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन फिल्म सबसे बड़ी हिट मानी गई क्योंकि फिल्म ने अच्छी कमाई की थी.. अजीब है। इसलिए इस परिदृश्य में मैं भी फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के बारे में नहीं सोचता।”

फिल्म की सफलता के बारे में बोलते हुए नवाजुद्दीन ने कहा, “‘ठाकरे’ ने उन्हें भविष्य में चुनौतीपूर्ण किरदार निभाने की प्रेरणा दी।”