सिडनी। एक नए ब्लड टेस्ट से आठ तरह के सामान्य कैंसर के शरीर में फैलने और मरीजों के जीवन को जोखिम होने से पहले ही शुरुआती अवस्था में ही पहचान हो सकेगी। इसका विकास ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने किया है।
ऑस्ट्रेलिया के वाल्टर एंड एलिजा हॉल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कहा कि नया टेस्ट ओवरी, लीवर, पेट, पैंक्रियाज, ऑसोफोगस, इंटेस्टाइन, फेफड़ों और ब्रेस्ट कैंसर को प्रभावित करने वाले कैंसर का शुरुआत में ही पता लगाने में सक्षम होगा।
संस्थान के एसोसिएट प्रोफेसर जेयने टाई ने कहा कि इस टेस्ट में कई ट्यूमर प्रकारों के लिए वन-स्टॉप टेस्ट बनने की संभावना है, जिसे बड़े पैमाने पर स्वीकार किया जाना चाहिए।
कैंसर हो जाने पर मरीज के जिंदा बचने की दर सीधे इससे जुड़ी है कि टेस्ट के दौरान मरीज का कैंसर किस अवस्था में है। जितनी शुरुआती अवस्था में कैंसर का पता चलता है, मरीज के बचने की दर भी उतनी ही अधिक होती है।
इसका मतलब यह है कि वर्तमान में ऐसे ब्लड टेस्ट की अत्यंत जरूरत है, जो शुरुआती अवस्था में ही कैंसर की सटीकता से पता लगा सकें।