अब किसी भी पार्टी को जीतने के लिए मुसलमानों से गठबंधन करना ही होगा- ओवैसी

ओवैसी ने चुनाव के रिजल्ट के बाद बताया कि अब वो उत्तर प्रदेश में बिलकुल एक्टिव रहेंगे और वहां पर मुसलमानों के लिए एसपी बीएसपी से इतर एक विकल्प देंगे। अब कोशिश ये होंगी, की आइये, हमसे गठबंधन करिए।

इस चुनाव से पहले बहुत से लोग उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की राजनीति खत्म होने का एलान कर चुके थे। ऐसे में ये जीत दुबारा मुसलमानों को हाशिये से वापस मेनस्ट्रीम में ले आई है। सहारनपुर के पत्रकार आस मोहम्मद कैफ कहते हैं, “जहां जहां मुसलमान थे वहां गठबंधन का उम्मीदवार ठीक लड़ा।

डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, अखिलेश यादव भी आजमगढ़ से मुसलमानों के दम पर जीत पाए वरना वो अपनी पत्नी की सीट कन्नौज और भाई धर्मेन्द्र की सीट बदायूं नहीं बचा पाए।

मुसलमानों ने सीधा मैसेज दे दिया है तथाकथित सेक्युलर पार्टियों को कि उनकी राजनीति अब सिर्फ मुसलमानों के दम पर बची है। चुनाव में जीतना और सम्मानजनक वोट पाना सिर्फ मुसलमानों के दम पर होगा।

खतरा अब उनके लिए है जो अपनी बिरादरी का वोट ले कर राजनीति कर रहे थे। उदहारण के तौर पर धर्मेन्द्र यादव बदायूं सीट में यादव बाहुल गुन्नौर विधानसभा सीट जहां से कभी मुलायम सिंह यादव विधायक थे वहां से भी बढ़त ना हासिल कर पाए।