झारखंड: गाय काटने की अफवाह के बाद भीड़ ने किया उस्मान पर हमला, पुलिस ने बचाई जान

रांची: पुलिस ने मंगलवार को वक़्त पर हस्तक्षेप करते हुए झारखंड के गिरिडीह में एक मुस्लिम डेयरी मालिक की जान बचाई। जिस पर भीड़ ने गाय काटने की अफवाहों पर क्रूरता से हमला कर दिया।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर और रांची से 300 किलोमीटर दूर गिरिडीह के देवरी थाना इलाके के बेरिया हाट में स्थिति उस वक्त गंभीर हो गई। जब एक गाय का कटा सिर शव के साथ बरामद हुआ। गाँव वालों को उस्मान अंसारी पर शक हुआ, जो गाय की हत्या की जगह के पीछे डेयरी फार्म चलाते हैं।

तुरंत करीब 100 लोगों की लाठी और पत्थरों से लैस एक भीड़ उस्मान के घर गया और उस पर हमला कर दिया। देखते ही देखते भीड़ की संख्या लगभग 1,000 लोगों की हो गई। भीड़ के कुछ लोग उस्मान को मार रहे थे और बाक़ी हिंसा को सर्कस की तरह देख रहे थे।

सौभाग्य से पुलिस को मामले का पता चला और तुरंत डेयरी मालिक को बचाने के लिए मौके पर पहुंची। हालांकि, पुलिस के नियंत्रण के लिए भीड़ बहुत बड़ी थी, इसीलिए पुलिस ने भीड़ पर फायर कर दी। पुलिस की बुलेट कृष्णा पंडित नामक एक युवक के पैर में लगी। पुलिस ने स्पष्ट किया कि कृष्णा गौरक्षक नहीं था। लेकिन भीड़ का हिस्सा था। घटना में कई पुलिस कर्मियों के घायल होने की खबर है।

उस्मान और कृष्णा दोनों की हालत गंभीर है। बाद में उन्हें इलाज के लिए रांची के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। गौरलतब है कि उस्मान को बचाने के लिए पुलिस दो घंटे से अधिक समय तक संघर्ष करती रही।

एडीजी आरके मलिक ने द टेलीग्राफ को बताया कि जिले के 30 अधिकारी, एसडीओ, डीएसपी और ओसी समेत कई पुलिस जवान घायल हो गए हैं।एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उस्मान ने गाय को नहीं काटा था, बल्कि वह डेयरी मालिक का था। जिसकी बीमारी से मृत्यु हो गई थी। किसी शरारती तत्व ने उस्मान को फंसाने के लिए गाय का कटा सिर डेयरी के पीछे फेंक दिया था।

आगे की हिंसा की आशंका को लेकर रांची, हजारीबाग और कोडरमा में 500 से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मी इस क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं।