पिछले पांच सालों में कश्मीर के हालात बदतर हुए हैं- PEW रिसर्च सेंटर

आम चुनाव 2019 से पहले कई मुद्दों पर राजनीतिक दल प्रचार करने में जुटे हैं, लेकिन आम लोगों के लिए बेरोजगारी और आतंकवाद सबसे बड़ा मुद्दे हैं। हालांकि ज्यादातर भारतीय फिलहाल देश जिस दिशा में जा रहा है, उसे लेकर आशावादी भी हैं। अमेरिका स्थित PEW रिसर्च सेंटर के सर्वे के मुताबिक देश में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है, जो आतंकवाद और पाकिस्तान से उपजे खतरे के प्रति चिंतित हैं।

नवभारत टाइम्स पर छपी खबर के अनुसार, यह सर्वे भारत में 23 मई से 23 जुलाई, 2018 के दौरान 2521 लोगों के बीच किया गया था। करीब दो तिहाई यानी 65 फीसदी लोगों का कहना है कि औसत भारतीयों की आय बीते 20 साल की तुलना में बेहतर हुई है। सिर्फ 15 फीसदी लोगों का कहना है कि स्थिति खराब हुई है।

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हालांकि देश में 66 फीसदी लोगों का मानना है कि उनके बच्चे उनसे बेहतर भविष्य बना सकेंगे। यह आंकड़ा 2017 के मुकाबले 10 फीसदी कम है। यहां तक कि 55 फीसदी लोग ही इस वक्त ऐसे हैं, जो यह मानते हैं कि देश सही दिशा में जा रहा है। ऐसा मानने वाले लोगों की संख्या 2017 में 70 फीसदी थी।

अधिकतर भारतीय पाकिस्तान को देश के लिए बड़े खतरे के तौर पर देखते हैं। यह पूछे जाने पर कि आखिर पाकिस्तान भारत के लिए कितना बड़ा खतरा है तो लगभग 76 फीसदी लोगों ने कहा कि यह खतरा है। यही नहीं इनमें से 63 फीसदी लोगों ने पाकिस्तान को भारत के लिए बेहद गंभीर खतरा माना।

कश्मीर मुद्दे की बात करें तो 55 फीसदी भारतीय मानते हैं कि राज्य की स्थिति एक बड़ी समस्या है। यही नहीं कश्मीर में बीते 5 सालों में क्या बदला है के सवाल पर 53 फीसदी लोगों का कहना है कि परिस्थितियां और खराब हुई हैं।

साभार- नवभारत टाइम्स