तृणमूल सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल समर्थकों को ‘जय श्रीराम’ का जवाब ‘जय हिंद’ से देने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही आरएसएस से मुकाबला के लिए युवकों के लिए ‘जयहिंद वाहिनी’ व महिलाओं के लिए ‘बंगजननी वाहिनी’ बनाने की घोषणा की है।
इस इस बीच नैहाटी जाने के दौरान भाटपाड़ा और नैहाटी में कुछ लोगों द्वारा श्रीराम का जयकारा करने पर भड़क उठीं। गुरुवार को नैहाटी में तृणमूल बेघरों को घर पहुंचाने के लिए धरनास्थल पर पहुंचीं। सुश्री बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग उनकी गाड़ी के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे। उनपर हमला करना चाहते थे।
वह चाहतीं, तो उन्हें गिरफ्तार करवा सकती थीं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि बाहर की संस्कृति यहां लादी जायेगी। उन्होंने कहा कि वह बंगाल को गुजरात नहीं होने देंगी। बाहर से आकर बंगाल के कल्चर को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है।
वह इसे नष्ट होने नहीं देंगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान 400 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने डीजी को निर्देश दिया कि जिन लोगों के खिलाफ एफआइआर की गयी है।
उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये। प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि माकपा के हर्मद आज भाजपा के जल्लाद हो गये हैं, लेकिन भाजपा को पता नहीं है कि एक दिन भाजपा को डूबाने के लिए ही हर्मद उनकी पार्टी का झंडा थामे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी गाड़ी पर हमला करने की कोशिश की गयी है। वह भी जानती हैं कि क्या-क्या अनैतिक कारोबार किया जा रहा है। सभी का हिसाब लिया जायेगा। उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती के डॉयलॉग बोलते हुए कहा- मारबो एखने।