श्रीलंका में मुसलमानों की संपत्तियों को लगातार पहुंचाया जा रहा है नुकसान!

श्रीलंकाई सेना ने ईस्टर के धमाकों में लिप्त आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए आप्रेश्न शुरु कर दिया है, इन हमलों में 258 लोग मारे गये थे।

यह धमाके श्रीलंका की राजधानी कोलंबो और उसके उपनगरीय क्षेत्रों में स्थित तीन ईसाई उपासना स्लों और विभिन्न होटल्ज़ में किए गये थे जिसके बाद देश में आपातकाल लागू कर दिया गया था जबकि तनाव की स्थिति के दौरान मुसलमानों की संपत्तियों को भी नुक़सान पहुंचाया गया था।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, फ़्रांसीसी समाचार एजेन्सी एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार सैन्य अधिकारियों ने बताया है कि कोलंबो के उपनगर में तीन क्षेत्रों को घेरे में लेकर उनमें सर्च आप्रेश्न किया जा रहा है।

इसके अतिरक्त ऐसा ही एक आप्रेश्न कोलंबो के निकट देश के पश्चिमोत्तरी प्रांत में भी जारी है जहां पिछले महीने मुसलमानों की संपत्तियां, दुकानें और मस्जिदों पर होने वाले हमलों में एक व्यक्ति जान की बाज़ी हार गया था

ज्ञात रहे कि कोलंबो में होने वाले धमाकों के बाद सुरक्षा बलों ने कई मुसलमानों को गिरफ़्तार किया था। इसके बाद श्रीलंका के मानवाधिकार आयोग ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वह धमाकों के बाद देश में पैदा होने वाली स्थिति में मुसलमानों पर हमले रुकवाने में विफल रही है।

एचआरसीएसएल ने उप पुलिस प्रमुख चंदना विक्रमारत्ने को लिखित रूप से एक पत्र में कहा था कि 21 अप्रैल की घटना के बाद मुस्लिम समाज को हिंसा से बचाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की गयी।