IN PICS : अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करते यमन के मुसलमान

यमन में यूद्ध, हिंसा और गरीबी के कारण, यह महिला और उसका बेटा अब अदेन शहर के पास एक छोटे से तम्बू में रहते हैं।
यह छोटा तम्बू और पालना अदेन के आस-पास के युद्ध में विस्थापित परिवार के घर के रूप में काम करता है।
यूद्ध के संघर्ष से विस्थापित महिलाओं और बच्चों को अब ओमन से कुछ किलोमीटर दूर ओमन रेगिस्तान के बीच में तंबू में रहना पड़ रहा है। कुछ संगठन उन्हें जीवित रहने और उच्च तापमान का सामना करने के लिए पानी प्रदान कर रहे हैं।
यमन के क्रेतार शहर में सुरक्षा बेल्ट द्वारा संचालित एक चेकपॉइंट, अदन में अल-कायदा के हमलों का लगातार लक्ष्य रहता है। दाईं ओर यमन के पूर्व पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक का झंडा है, जो दक्षिण यमन की स्वतंत्रता के आकांक्षाओं का प्रतीक है।
अदेन में अल-कायदा क्षेत्र, जिसमें आधिकारिक भवन और बैंकिंग इकाइयां शामिल है, 2015 में हौथिस ने जोरदार हमला किया था। आज, इस क्षेत्र तक की पहुंच प्रतिबंधित है, सैनिकों को किसी भी संभावित अल-कायदा के हमलों के खिलाफ सुरक्षा कड़ा कर दिया गया है।
हर दिन, अदेन के निवासियों को गैस आपूर्ति की व्यापक कमी के कारण खाना पकाने के लिए गैस खरीदने के लिए लंबी कतार लगने पड़ते हैं जहां महिलाएं भी इस कतार में देखे जा सकते हैं।
एक लड़के को यमन के अदेन शहर में पानी आपूर्ति के मौजूदा हालात में पेयजल के लिए खरीद कर पाने ले जाते हुए
एक आदमी द्वारा अदेन शहर के केंद्र में ब्लैक मार्केट से खरीदा गया गैसोलीन अपने मोटरसाइकिल टैंक भरते हुए
अदेन शहर के अल-अरेश में एक पेट्रोल स्टेशन के कर्मचारी द्वारा ग्राहक को सूचित करता है कि यहाँ अब कोई गैसोलीन नहीं है। स्टेशनों पर ईंधन की कमी अदेन में एक बड़ी समस्या है और काले बाजार पर कीमतों में वृद्धि हुई है।
अदेन में एक छोटे से घर में अपनी बहू और उसके पोते के साथ अशा, जहां उन्होंने तीन महीने पहले युद्ध वाले ताइज शहर से भागने के बाद से यहाँ शरण ले रखी है।
लाहज शहर में इब्न खलेदून अस्पताल में एक कमरे के अंदर, मां खसरा से पीड़ित अपने बीमार बच्चों को देखभाल कर रही हैं। अस्पताल में शायद ही कोई कर्मचारी है, क्योंकि डॉक्टरों और नर्सों को महीनों तक वेतन नहीं मिला है। दवाइयों और सफाई कर्मचारियों की कमी भी है।