VIDEO : सिरयाई लड़के-लड़कियों की डॉक्यूमेंट्री फिल्म जो उन्होने रिफ्यूजी कैंप में रहकर बनाई

जॉर्डन : जातारी रिफ्यूजी कैंप, जॉर्डन से : महमूद जब नौ वर्ष का था और नजत जब 11 वर्ष की थी तब सीरिया से बाहर निकलने में कामयाब हो गई थी। कई अन्य सीरिया के लड़के-लड़कियों की तरह दोनों ही घर से बहुत दूर बड़े हुए हैं। ये डॉकयुमेंट्री “7 कहानियां 7 सालों का” है जब से सीरिया गृहयुद्ध के चंगुल में फंसा है। यह एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म है जो लीयम कनिंघम द्वारा दिखाई गई है, इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में जॉर्डन के जातारी रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले सात सीरियन लड़के-लड़कियों की इंटरव्यू के अनुसार कहानियां हैं।

कंट्रास्ट वीआर ने सात लड़कियों के साथ एक कार्यशाला आयोजित की, उन्हें सिखाने के लिए कि कैसे अपना पहला 360 वीडियो बना सकते हैं। और उसके बाद उन लड़के लड़कियों ने खुद ही अपनी जीवन की झलकियाँ कैमरे में कैद कर लिया, और अब दुनिया भर के लोग इसकी कहानियों को देखते समझते हैं की कैसे कोई अपना देश छोड़ कर दूसरे देश के रिफ्यूजी कैंप में अपना जीवन गुजारते हैं और फिर भी उन्हें सीरिया से प्यार है। इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को जरूर देखें और ये जानने की कोशिश भी करें की हमलोगों की जिंदगी के दूसरे पहलू भी हैं जो हमें मालूम नहीं, शायद कुछ सीख मिल जाये।