इस वीडियो में ध्रुव राठी ने 1984 के आम चुनावों और 2019 के चुनावों के बीच समानताएं व्यक्त कीं हैं। यह वह समय था जब देश आपातकाल जैसी स्थिति से गुजर रहा था।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद चुनाव हुए थे। तब अटल बिहारी वाजपेयी ने मतदाताओं को संदेश जारी किया था जिसे दूरदर्शन द्वारा प्रसारित किया गया था। ध्रुव राठी बताते हैं कि यह संदेश आज की दुनिया के लिए कितना प्रासंगिक है।
वाजपेयी ने कहा था कि ध्रुवीकरण और सांप्रदायिकता एक खतरा था।
ध्रुव राठी का कहना है कि यदि कोई नेता प्रमुख मुद्दों को छोड़कर राष्ट्रवाद के मुद्दे को उठाता है और वास्तव में वह लोगों को विभाजित करने के लिए काम करता है तो वह वास्तविक मुद्दों को हल करने में विफल रहा है। मीडिया का पक्षपातपूर्ण होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी मीडिया चैनल सरकार का प्रचार कर रहे हैं।
ध्रुव राठी ने बताया कि सरकार का प्रचार करने के लिए मीडिया के विभिन्न उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार एक बॉलीवुड फिल्म, एक वेब सीरीज, एक टेलीविजन चैनल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से लॉन्च किया गया है।
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