VIDEO: बच्चों के लिए सबसे खतरनाक स्थानों में से एक फिलिस्तीन

गाजा : बच्चों के लिए दुनिया में सबसे खतरनाक जगहों में से एक है कब्जा वाले वेस्ट बैंक, जहां पिछले साल में 14 फिलीस्तीनी बच्चे मारे गए हैं और करीब 1,000 अन्य इजरायल की सेना से टकराव में घायल हुए हैं।

फिलिस्तीन बच्चों के लिए काम कर रहे अंतरराष्ट्रीए (डीसीआईपी) अधिकार समूह के अनुसार, इजराइल सैन्य न्यायालयों में बच्चों पर मुकदमा चलाने वाली दुनिया का एकमात्र देश है। यद्यपि अहद इजरायल की सैन्य अदालत का सामना कर रही है, सब जानते हैं की इजरायलियों और फिलीस्तीनियों के लिए इजरायल की दोहरी कानूनी व्यवस्था है।

ह्यूमन राइट्स वॉच के एक वरिष्ठ शोधकर्ता बिल वैन एस्लेड के अनुसार इज़राइली नागरिक अदालतों ने 18 प्रतिशत मामलों में इजरायली बच्चों को जमानत दिया है । इसके विपरीत, इजरायल की सैन्य अदालतों ने 70 प्रतिशत मामलों में फिलीस्तीनी बच्चों को जमानत से इंकार कर दिया। उन्होने कहा की इजरायल और फिलीस्तीनियों की सजा के बीच यह असमानता “एक नसलवादी राज्य का प्रतीक है”

फिलिस्तीनी कैदियों के अधिकार समूह एडमिमर के मुताबिक, दिसंबर महीने तक इजरायल की जेलों में 350 फिलिस्तीनी नाबालिगों को रखा गया था। डीसीआईपी ने बताया है कि वर्ष 2000 से कम से कम 8,000 फिलीस्तीन बच्चों को गिरफ्तार किया गया और इजरायल की सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाया गया है।

बच्चों के लिए संरक्षण समूह फ़िलिस्तीन रक्षा समूह के अनुसार 2000 से कम से कम 8,000 फिलिस्तीनी नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इजरायल की सैन्य हिरासत में मुकदमा चलाया गया है। मानवाधिकार संगठन चिल्ड्रेन इंटरनेशनल फलस्तीन के अनुसार हर साल वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों पर पत्थर फेंकने के आरोप में करीब एक हजार बच्चों को पत्थर फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया जाता है। जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इजरायल की अमानवीयता की ओर खींचने की कोशिश कर रहे हैं। 2016 में इजराइल के संसद ने फिलिस्तीनी बच्चों को जेल में डालने वाली कानून की मंजूरी दी थी. इस कानून के जरिये फिलिस्तीन के बच्चों का ठिकाना अब स्कूल न होकर इजरायली ज़ेल है और अब तक 8000 नाबालिक इज़राइली जेलों में बंद है।