‘फ्रेंड्स ऑफ वीकर’ सोसायटी के बैनर तले ज़कात की मदद से सामाजिक बदलाव में जुटे युवा

रांची : रांचीके कुछ युवा रमजान में मिलने वाले सदके और जकात की मदद से सामाजिक बदलाव लाने की मुहिम में जुटे हैं। इसके लिए एजुकेशनल डेवलपमेंट फंड बनाया है। फ्रेंड्स ऑफ वीकर सोसायटी के बैनर तले इन युवाओं ने पिछले 9 सालों में करीब 3000 हजार ऐसे छात्र-छात्राओं की मदद की है, जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। इनमें प्राथमिक से कॉलेज स्टुडेंट्स के साथ मेडिकल और इंजीनियरिंग के भी छात्र शामिल हैं। 2016 से संस्था नौवीं और दसवीं के बच्चों के लिए फ्री कोचिंग भी चला रही है।

सोसायटी के तनवीर अहमद और मो. खलील ने बताया कि संस्था लोगों से हासिल आर्थिक मदद के व्यय का पारदर्शी ढंग से ब्योरा जारी करती है। वे लोग चाहते हैं कि स्ट्रीट ब्वॉय को पढ़ने का मौलिक अधिकार है। उन्हें स्कूल में दाखिला दिलाना और उनका खर्च वहन करना। घर की आर्थिक कमजोरी के कारण ड्रॉप आउट बच्चों की पढाई का जिम्मा भी संस्था उठाने का प्रयास करती है। ताकि ऐसे बाल और किशोर मासूम उम्र में मजदूरी करने लगें। मुस्लिम बहूल इलाकों में अक्सर ऐसे बच्चे गैरेज, ज़री, सिलाई आदि का काम करने लगते हैं। कई बच्चे मैट्रिक और इंटर के बाद पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं। कई बच्चे इंजीनियरिंग और मेडिकल के टेस्ट में कामयाब होने के बाद पैसे की कमी उनके सपने पूरे करने में बाधा बन जाती है। सोसाइटी इनकी भी मदद करती है।  9 सालों में करीब 3000 हजार छात्र-छात्राओं की कर चुके हैं मदद 2016 से नौवीं और दसवीं के बच्चों के लिए फ्री कोचिंग की सुविधा।