कश्मीर में मुसल्लह अफ़्वाज क़ानून

चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-ओ-कश्मीर उम्र अबदुल्लाह ने रियासत में मुसल्लह अफ़्वाज ख़ुसूसी इख़्तयारात क़ानून से दसतबरदारी के लिए मुहिम शुरू की है वो मर्कज़ी क़ाइदीन से मुसलसल रब्त रखे हुए थे अब दिल्ली पहुंचकर वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह और वज

मादरी ज़बान हर क़ौम की सिर्फ ज़बान नहीं बल्कि एक तहज़ीब , तहफ़्फ़ुज़ एक फ़रीज़ा

न्यूज़ीलैंड हिन्दी उर्दू क़ौमी एसोसी उष्ण का क़ियाम, रुकन पार्लीमैंट कंवल जीत बख़शी के हाथों इफ़्तिताह ( सय्यद मुजीब की रिपोर्ट ) न्यूज़ीलैंड के हर बड़े शहर में बिखरी हुई उर्दू अंजुमनों और हिन्दी संघटनों के इत्तिहाद के ज़रीया एक मुशतर

शाम और अरब लीग

अरब लीग ने सदर शाम बशारुल असद को सबक़ सिखाने के लिए शाम की रुकनीयत मुअत्तल करदेने का फ़ैसला करके ज़ुलम-ओ-ज़्यादती, बदइंतिज़ामी के मौजूदा कल्चर को ख़तम करने की कोशिश की मगर इस का उल्टा असर ये दिखाई देने लगा है कि शाम के शहरों में मुवाफ़ि

तेलंगाना पर वज़ीर-ए-आज़म का ब्यान

वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह ने मसला तेलंगाना को बरफ़दान की नज़र करने कांग्रेस की कोशिशों का अमलन आग़ाज़ करदिया है । डाक्टर मनमोहन सिंह ने मालदीप से वापसी के दौरान तय्यारा में एक प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए वाज़ेह करदिया

अमरीका और उसकी नाकाम ख़ारजा पालिसी…. मेरी नज़र से

आमिर अली ख़ान- अमरीकी ख़ारजा पालिसी को नाकाम ख़ारजा पालिसी का मजमूआ कहा जाय तो ग़लत नहीं होगा, इस वक़्त पूरी दुनिया में अगर कोई मुल़्क अपनी ही ख़ारजा पालिसी के तईं सब से ज़्यादा तज़बज़ुब (कशमकश) का शिकार र है तो वो अमरीका है जो बैनुल अ

मनमोहन-गिलानी मुलाक़ात

मालदीप के एक सेयाहती रेसॉर्ट में हिंदूस्तान-ओ-पाकिस्तान के वुज़राए आज़म की एक मुसबत और ख़ुशगवार मुलाक़ात हुई है । दोनों क़ाइदीन ने इस मुलाक़ात के बाद जिस तरह के ख़्यालात का इज़हार किया है इस से पता चलता है कि बाहमी ताल्लुक़ात की सर्द मोह

अमरीका और अमरीकी सियासत मेरी नज़र से

आमिर अली खान– कहते हैं कि इंसानी ज़िंदगी सफ़रदर सफ़र का एक ऐसा दायरा है जिस के आग़ाज़-ओ-इख़तताम के दौरान में बहुत दिलचस्प वाक़ियात व मशाहदात वाबस्ता होते हैं। और शायद यहै वजह है कि बे शुमार शख़्सियतों के सफ़र नामे उनके तजुर्बात ,मु

मक्का मुअज़्ज़मा 6 साल में स्मार्ट सिटी

वादी मीना 10 नवंबर (एजैंसीज़) मक्का मुअज़्ज़मा के गवर्नर शहज़ादा ख़ालिद अल-फ़ैसल ने कहा कि मक्का मुअज़्ज़मा को हिर्म शरीफ़ के साथ आइन्दा छः साल के दौरान एक तरक़्क़ी याफ़ता शहर बनाते हुए स्मार्ट सिटी में तबदील किया जाएगा ।

पाकिस्तान के न्यूक्लियर हथियार

अमरीका को अब पाकिस्तान के न्यूक्लियर असलाह की फ़िक्र हो रही है। आलम-ए- अरब में अपनी जारहीयत पसंदाना कार्यवाईयों इराक़ और अफ़्ग़ानिस्तान को तबाह करदेने के बाद उस की तवज्जा पाकिस्तान पर मर्कूज़ हो जाना तशवीशनाक है। वाशिंगटन से आने वा

अमरीका औरआलमी सियासत …मेरी नज़र से

आमिर अली ख़ान –मशहूर फ़लसफ़ी मानटकस ने एक बार कहा था “Power Corrupts and Absolute Power Corrupts Absolutely ” और अमरीका पर , जो अपनी बेपनाह फ़ौजी और मआशी ताक़त के ज़ोअम मैं बदमसत हाथी की तरह दुनिया को रोंदता रहा है, ये क़ौल मुकम्मल तौर पर सादिक़ आता है।

जी-20 चोटी कान्फ़्रैंस

आलमी सतह पर बड़े मुल्कों का मआशी बोहरान हिंदूस्तान के लिए भी तशवीशनाक है। यूरोज़ोन बोहरान और यूनान का मआशी बोहरान भी फ़्रांस के शहर कीन्स मैं मुनाक़िदा G-20 चोटी कान्फ़्रैंस के अहम मौज़ूआत थी। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने इस बोहरान से न

आलमी उर्दू ऐडीटरस कान्फ़्रैंस का 26 और 27 नवंबर को हैदराबाद में इनइक़ाद

बैन-उल-अक़वामी उर्दू ऐडीटर्ज़ की शिरकत । 160 साल के दौरान शाय उर्दू अख़बारात की नुमाइश हैदराबाद । 5 नवंबर । ( सियासत न्यूज़ ) मुलक के इन्क़िलाब –ए-आज़ादी में उर्दू अख़बार का अहम किरदार रहा है ।

हिंदूस्तान को पसंदीदा मुल्क का मौक़फ़

पाकिस्तान की जानिब से एक तवील इंतिज़ार के बाद बिलआख़िर हिंदूस्तान को तिजारत के मुआमला में इंतिहाई पसंदीदा मुल्क का मौक़फ़ देदिया गया है । पाकिस्तान के साथ तिजारत को मज़ीद फ़रोग़ देने और इस में इज़ाफ़ा केलिए हिंदूस्तान का मुसलसल इसरार थ

मक्का मुकर्रमा में दावत् कान्फ़्रैंस

सदीयों से आलम इस्लाम की रविष ये है कि इस ने हरीफ़ के लिए कोई चैलेंज पैदा ना किया बल्कि हमेशा एक के बाद दूसरे का सामना करता रहा। इस्लाम और मुस्लमानों के ख़िलाफ़ इंसानी ज़हन ने तास्सुबात और तफ़क्कुरात के ज़रीया हर दौर में मुहिम चलाई है आज क

7 बिलीयन आबादी

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा ने दुनिया की आबादी के 7 बिलीयन के निशाना को पहूंचने से क़बल ही मायूसकुन रिपोर्ट जारी करके ग़ुर्बत, भूकअफ़लास फ़ाक़ाकशी के इस दौर को मज़ीद ख़ौफ़ज़दा करदिया था।

कांग्रेस में नाराज़ सरगर्मीयां

यौम-ए- तासीस आंधरा प्रदेश के मौक़ा पर हुक्मराँ कांग्रेस में इंतिशार की कैफ़ीयत रियासत में पार्टी के मुस्तक़बिल पर सवालिया निशान लगाती है। पार्टी के 3 अरकान का अस्तीफ़ा और तेलंगाना राष़्ट्रा समीती में शमूलीयत का फ़ैसला अगर सयासी नौ

कानकुनी- वज़ीर-ए-दाख़िला से पूछताछ

आंधरा प्रदेश और कर्नाटक में गै़रक़ानूनी कानकुनी सरगर्मीयां एक तवील अर्सा से जारी थीं। इन सरगर्मीयों की वजह से कानकुनी माफ़िया ने हज़ारों करोड़ रुपय की दौलत बटोर ली है और दोनों ही रियास्तों के अवामी-ओ-सरकारी ख़ज़ाना को इस से महरूम

तीवनस में नुमायां तबदीली

तीवनस में अवामी इन्क़िलाब के बाद मुनाक़िदा आम इंतिख़ाबात में इस्लाम पसंद पार्टी की शानदार कामयाबी से उन लोगों के अज़ाइम को धक्का ज़रूर पहूँचा होगा जो आलिम अरब में तहरीकात के उभरने से दिल है दिल में ख़ुश हो रहे थी। अवामी इन्क़िलाब के ब

टीम अन्ना में इंतिशार की कैफ़ीयत

अन्ना हज़ारे ने गुज़शता महीनों में जब करप्शन के ख़िलाफ़ मुहिम शुरू की थी तो सारे मुल्क में एक हंगामा बरपा होगया था । हिंदूस्तान का शायद ही कोई शहर और कोई क़स्बा या गावं भी ऐसा नहीं होगा जहां उन की ताईद में अवाम उठ ना खड़े हुए हूँ। मर्द-ओ-ख़व

एक कमरा में पूरा स्कूल, जहांनुमा गर्वनमैंट स्कूल में अव्वलता पंजुम तमाम जमातें

(नुमाइंदा ख़ुसूसी) इन्फ़ार्मेशन टैक्नालोजी में हिंदूस्तान भर में अहम टैक्नालोजी का मर्कज़ हमारे शहर हैदराबाद में सरकारी मदारिस का कितना बुरा हाल है । इस बात को तहरीर में लाना भी मुश्किल है । एक छोटे से कमरा मैं 67 तलबा तालिबात ज़ेर-