दरस क़ुरआने मजीद

हैदराबाद। 22 अक्टूबर, ( रास्त ) मस्जिद शुजाअत जानकी नगर कॉलोनी टोली चौकी में रोज़ाना बाद नमाज़-ए-फ़ज्र एक आयत क़ुरआन की तफ़सीर मुफ़्ती मुहम्मद अबदुलकरीम अशर्फ़ी नईमी ब्यान कररहे हैं।

तहफ़्फ़ुज़ दीनी मदारिस-ओ-अक़ल्लीयती तालीमी इदारों पर कल कनवेनशन

हैदराबाद। 22 अक्टूबर, ( प्रैस नोट) मौलाना ख़ालिद सैफ-उल्लाह रहमानी जनरल सैक्रेटरी दीनी मदारिस बोर्ड आफ़ आंधरा प्रदेश की इत्तिला के बमूजिब दीनी मदारिस बोर्ड आंधरा प्रदेश की जानिब से लाज़िमी हक़ तालीम क़ानून के जायज़ा के लिए एक कल रियास

आज़मीन-ए-हज्ज अल्लाह की इबादत , रसूल पाक की इताअत

हैदराबाद । 21 । अक्टूबर : ( प्रैस नोट ) : मौलाना शाह मुहम्मद जमाल अलरहमन मिफताही अमीर इमारत मिल्लत-ए-इस्लामीया ने आज़मीन-ए-हज्ज को मश्वरा दिया कि वो हज के दौरान फ़ुज़ूल गुफ़्तगु करने के बजाय इबादत करते रहें वो अपने बुज़ुर्ग साथी आज़मीन-ए-

अक्टूबर को 600 आज़मीन-ए-हज्ज की रवानगी : सदर नशीन हज कमेटी

हैदराबाद । 21 अक्टूबर ( सियासत न्यूज़) आंधरा प्रदेश रियास्ती हज कमेटी की जानिब से 31 अक्टूबर को आज़मीन-ए-हज्ज की मज़ीद दो परवाज़ों के ज़रीया 600 आज़मीन-ए-हज्ज रवाना होंगे । आज़मीन-ए-हज्ज की रवानगी के इंतिज़ामात के सिलसिला में आज सदर नशीन रि

आज़मीन-ए-हज्ज अल्लाह की इबादत , रसोलऐ पाक की इताअत करते रहें

हज समीनार , मौलाना जमाल उरहमन मिफताही और दीगर उल्मा इकराम के ख़ेतबात हैदराबाद । 21 । अक्टूबर : ( प्रैस नोट ) : मौलाना शाह मुहम्मद जमाल उरहमन मिफताही अमीर इमारत मिल्लत-ए-इस्लामीया ने आज़मीन-ए-हज्ज को मश्वरा दिया कि वो हज के दौरान फ़ुज़ूल

क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती और मुस्लमान

क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती के वाक़ियात में हिंदूस्तान और दीगर बैरूनी ममालिक में आए दिन इज़ाफ़ा होता जा रहा है । चंद शरपसंद अनासिर मुख़्तलिफ़ अंदाज़ से क़ुरआन मजीद की बेहुर्मती कर रहे हैं । हाल ही में बेहुर्मती का वाक़िया सदी पेट में रौनुम

ख़्वाजा दक्कन सय्यदना बन्दा नवाज के उर्स शरीफ़ का आग़ाज़

गुलबर्गा 15 अक्तूबर ( हामिद अकमल ) ख़्वाजा दक्कन बंदगी मख़दूम सय्यद मुहम्मद हुसैनी अब्बू अलिफ़ता सदर उद्दीन वली अलाकबर वालसा दिक़ गेसू दराज़ बंदानवाज़ शहबाज़ बलंद परवाज़ ऒ के 607 साला उर्स शरीफ़ का आज शाम तक़द्दुस-ए-मआब हज़रत सय्यद शाह गेसू

काश! में ख़ाक होता

जिस रोज़ रूह और फ़रिश्ते पर बांध कर खड़े होंगे कोई ना बोल सकेगा, बजुज़ इस के जिस को रहमान इज़न दे और वो ठीक बात करे। ये दिन बरहक़ है, सो जिस का जी चाहे बना ले अपने रब के ज्वारे रहमत में अपना ठिकाना। बेशक हम ने डरा दिया है तुम्हें जल्द आने वा