अफ़्ग़ानिस्तान में 130 पाकिस्तानी क़ैदी क़ानूनी मदद के मुंतज़िर

काबुल31 जनवरी (एजैंसीज़) अफ़्ग़ानिस्तान की सब से बड़ी जेल पुल चर्ख़ी में पिछले कई साल से मुख़्तलिफ़ जराइम में क़ैद 130 पाकिस्तानी हकूमत-ए-पाकिस्तान की क़ानूनी मदद के मुंतज़िर हैं, उन्हें शिकायत है कि दीगर मुल्कों के मुलाज़मीन सरकार अपने क़ैदीयों के तबादले-ओ-रिहाई और मुक़द्दमात की पैरवी के लिए उन से राबते में रहते हैं लेकिन पाकिस्तान से आज तक किसी मुलाज़मीन सरकार ने पाकिस्तानी क़ैदीयों से राबिता पैदा नहीं किया। हाल ही में पाकिस्तान से एक टीम ने पुल चर्ख़ी जेल का दौरा करके वहां पाकिस्तानी क़ैदीयों से मुलाक़ात की।

पाकिस्तानी क़ैदीयों से इंटरव्यू के लिए उन्हें जेल के एक अफ़्सर के दफ़्तर में बुलाया गया। हाफ़िज़ मुहम्मद शुऐब को तालिबान से ताल्लुक़ के जुर्म में अठारह साल की सज़ा होचुकी है। वो गुज़श्ता साढे़ तीन साल से यहां सज़ा काट रहे हैं। इन के बाक़ौल वो अफ़्ग़ान सूबा गज़नी में तिजारत के सिलसिले में आए थे, एक दिन वहां बमबारी हुई जिस में वो ज़ख़मी हुए और इस दौरान ग़ैरमुल्की अफ़्वाज ने उन्हें गिरफ़्तार करलिया।