अब्दुल कलाम के एहतेराम में लोक सभा और राज्य सभा के इजलास मुल्तवी

तीन आँजहानी अरकान को भी ख़िराज-ए-अक़ीदत गुरुदास पुर दहशतगर्द हमले की मज़म्मत अलतवा के बाद राजनाथ सिंह के उठ खड़े होने पर ऐवान हैरान

नई दिल्ली: लोक सभा का इजलास कल‌ दिन भर के लिए और राज्य सभा का इजलास दोपहर दिन तक किसी कार्रवाई के बगै़र मुल्तवी कर दिया गया। क्योंकि साबिक़ सदर जम्हूरिया ए पी जे अब्दुल कलाम की उन के आबाई वतन में तदफ़ीन मुक़र्रर थी । लोक सभा का इजलास जैसे ही शुरू हुआ स्पीकर सुमित्रा महाजन ने तीन साबिक़ अरकान लोक सभा सिरी बल्लू पानी गढ़ी आर एस दवाई और बी के हिन्दीक को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया।

उन्होंने गुरुदास पर दहशतगर्द हमले का भी तज़किरा किया। एस पी बलजीत सिंह और होम गार्ड्स सुखदेव सिंह बोधराज बीसराज का भी तज़किरा किया जो दीगर शहरीयों के अलावा इस वाक़िये में हलाक होगए। ऐवान ने दहशतगर्द हमले की शदीद मज़म्मत की।
मक़्तूल पुलिस अरकाने अमला का तज़किरा करते हुए जो लोक सभा की सेक्रिट्रेट‌ के हालिया फ़ैसले के मुताबिक़ है कि फ़ौज और पुलिस के अरकाने अमला को जो फ़राइज़ की अंजाम दही के दौरान हलाक होजाएं पार्लियामेंट में ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया जाये।

जैसे ही स्पीकर ने ख़िराज-ए-अक़ीदत ख़त्म किया और एवान के इजलास को दिन भर के लिए मुल्तवी कर दिया क्योंकि साबिक़ सदर जम्हूरिया की तदफ़ीन मुक़र्रर थी। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह ने एवान को हैरत में डाल दिया जब कि उस वक़्त अपनी नशिस्त से उठ खड़े हुए जब कि एवान का इजलास मुल्तवी कर दिया गया था।

हुकूमत ने क़ब्लअज़ीं एलान किया था कि मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला गुरुदास पुर दहशतगर्द वाक़िये के बारे में बयान देंगे लेकिन स्पीकर ने तजवीज़ पेश की कि वो बाज़ वज़ाहतों की इजाज़त दे सकती है। इत्तेफ़ाक़ी तौर पर कांग्रेस अरकान काली पट्टियां अपने बाज़ूओं पर बांधे हुए नहीं थे जो ललित मोदी तनाज़ा और व्यापम अस्क़ाम के सिलसिले में हुकूमत की बे अमली के ख़िलाफ़ बतौर-ए‍-एहतेजाज बांधी जा रही थीं।

राज्य सभा में ऐवान के इजलास में पंजाब के दहशतगर्द वाक़िया की मज़म्मत के बाद सदर नशीन हामिद अंसारी ने कहा कि चूँकि साबिक़ सदर ए पी जे अब्दुल कलाम की तदफ़ीन रामेश्वरम् में है इस लिए इजलास दो बजे दिन तक के लिए मुल्तवी किया जाता है।
क़ब्लअज़ीं हामिद अंसारी ने गुरुदास पुर दहशतगर्द हमला का हवाला देते हुए कहा था कि ये होलनाक हमला क़ाबिल-ए-मज़म्मत है। दहशतगर्द हमले में इंसानी जानों का ज़ाए होना सानिहा और बद बख्ता ना है। एवान ने दहशतगर्द हमला की मज़म्मत की।

सदर नशीन इआदा किया कि ऐसे हमलों का पुख़्ता इरादा के साथ सामना किया जाएगा। अरकान आँजहानी अरकान के एहतेराम में ख़ामोशी से खड़े होगए। दोनों ऐवानों के इजलास मंगल के दिन से अब तक दो दिन अब्दुल कलाम के एहतेराम में मुलतवी करदिए गए लेकिन बादअज़ां तमाम पार्टीयों के क़ाइदीन ऐवान-ए-बाला जमा होगए और फ़ैसला किया गया कि चहारशंबे के दिन इजलास नहीं होगा|