अमरीका के ख़िलाफ़ जंग के लिए तैयार रहने शुमाली कोरियाई फ़ौज को हुक्म

शुमाली कोरिया के डिक्टेटर किम जोंग उन ने अपनी फ़ौज पर ज़ोर दिया है कि वो अमरीका और उस के हलीफ़ों के साथ जंग के लिए तैयार हो जाएं। इस दौरान अमरीका और जुनूबी कोरिया की मुशतर्का फ़ौजी मश्क़ों के आग़ाज़ से क़ब्ल पियाइंग यांग ने तनाज़ा में शिद्दत पैदा करदी है।

अमरीका और जुनूबी कोरिया ने गुज़िश्ता रोज़ मुशतर्का बहरी मश्क़ की थी जिस में जुनूबी कोरिया के 10 जंगी जहाज़ और अमरीकी अजीस डस्टर आवर भी शामिल थी। इन दोनों दोस्त मुल्कों के माबैन बड़े पैमाने पर फ़ौजी मश्क़ों के आग़ाज़ की तैयारीयों और इस से क़ब्ल मुशतर्का बहरी मश्क़ ने शुमाली कोरिया को चिराग़पा कर दिया है। इन मश्क़ों के चंद घंटों बाद ही किम जोंग उन ने अपनी फ़ौज को अमरीका और इस के हलीफ़ों के साथ जंग के लिए तैयार रहने का हुक्म दिया।

सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने किम जोंग उन के हवाला से कहा कि मौजूदा सूरते हाल में जहां दोबारा क़ौमी इंज़िमाम और इत्तिहाद के लिए एक अज़ीम जंग के अंदेशे हैं और ये सूरते हाल इस बात की मुतक़ाज़ी है कि के पी ए (कोरियाई अवामी फ़ौज) यूनिट्स (आला तरबियत याफ़्ता) गार्ड यूनिट्स में तब्दील हो जाएं और माद्दी और फ़ौजी तकनीक के साथ सियासी और नज़रयाती जंग के लिए तैयार हो जाएं।

शुमाली कोरिया ने इस साल इन मुशतर्का मश्क़ों की सूरत में अपनी न्यूक्लीयर तजुर्बात पर रज़ाकाराना पाबंदी की पेशकश किया था जिस को अमरीका ने मुस्तरद कर दिया और कहा कि शुमाली कोरिया की ये पेशकश दरअसल शुमाली कोरिया की जानिब से चौथी ऐटमी मश्क़ करने की धमकी है।

शुमाली कोरिया 1950-53 की जंग में फ़तह का दावा करता है हालाँकि ये जंग किसी अमन समझौता के बगैर अफ़रातफ़री की हालत में ख़त्म हो गई थी इस तरह दोनों कोरिया तकनीकी एतबार से अब तक हालते जंग में हैं।