अलर्ट- फर्जी हैं राखी बांधने वाली हिंदू महिला से मुस्लिम नेता के रेप वाले मेसेज की कहानी

सोशल मीडिया पर रक्षाबंधन के बाद से दो फोटो के साथ एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। इसकी एक तस्वीर में हिंदू महिला मुस्लिम युवक को राखी बांधती नजर आ रही है। वहीं दूसरी तस्वीर में एक घायल महिला नजर आ रही है। वायरल हो रहे मैसेज में दावा किया गया है कि जिस महिला ने मुस्लिम युवक को राखी बांधी, मुस्लिम युवक ने उसी के साथ रेप किया है। साथ ही इस युवक को कांग्रेस का नेता भी बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि यह मैसेज पूरी तरह से फर्जी है।

यूपी के गोंडा में हिंदु महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई 27aug Monday… https://t.co/JgqeSTcuIx

— कोमल (@komal44337466) 1535475591000

ट्विटर पर इस मैसेज को @komal44337466 नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है। इस मैसेज में लिखा गया है, ‘यूपी के गोंडा में हिंदू महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई 27 अगस्त सोमवार को गफूर खान ने नीरू को कुछ काम के सिलसिले में घर बुलाया और नीरू से  बलात्कार करके मार पिटाई करके घर से भाग गया।’

नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक इस मैसेज की पड़ताल के लिए यूपी पुलिस ने गोंडा पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद गोंडा पुलिस ने मामले की जांच की। गोंडा पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी देते हुए इस पूरे मामले को फर्जी बताया है।

गोंडा पुलिस ने लिखा, ‘ट्विटर, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, व्हाट्सएप पर पोस्ट नीरूगौतम नामक महिला का रक्षा बंधन के दिन कांग्रेस नेता गफूर खान द्वारा बलात्कार की घटना के संबंध में- उपरोक्त खबर के संबंध में मीडिया  सेल द्वारा गहनता से जांच की गई तो पाया गया कि उक्त पोस्ट में संदर्भित नीरू गौतम नामक महिला का कांग्रेसी नेता गफूर खान द्वारा बलात्कार करना पूर्णतया असत्य एवं निराधार है। रक्षाबंधन के दिन जनपद गोंडा के किसी भी थाने में इस प्रकार की कोई घटना होना नहीं पाया गया है न पोस्ट में संदर्भित महिला व कांग्रेसी नेता जनपद गोंडा के किसी थाना क्षेत्र में निवास करते हैं। गोंडा पुलिस उक्त भ्रामक खबर का खंडन करती है।’

बता दें कि पहली तस्वीर, जिसमें महिला मुस्लिम युवक को राखी बांध रही है, को हिंदू-मुस्लिम भाईचारा दिखाने के लिए 7 अगस्त 2017 को फेसबुक पर शेयर किया गया है। जबकि दूसरी तस्वीर, जिसमें घायल महिला नजर आ रही है, एसोसिएट प्रेस की है। यह तस्वीर 21 नवंबर 2016 की है। ये तस्वीर कानपुर में रेल हादसे का शिकार हुई एक महिला की है।