असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन अच्छी शख्सियत थे: मुलायम सिंह

लखनऊ। एआईएमआईएम को अपने लिए बड़ा खतरा मानते हुए समाजवादी पार्टी ने इसके मुखिया और हैदराबाद सांसद असदउद्दीन ओवैसी को घेरने के लिए साम दाम दंड भेद की नीति अपनी शुरू कर दी है। इसी क्रम में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने उन पर बड़ा हमला किया है। उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन को अच्छा और सच्चा इंसान बताते हुए असदुद्दीन ओवैसी को अहसान फरामोश करार दिया है।
असदुद्दीन की आलोचना करते हुए मुलायम कहते हैं कि यह मुस्लिम वोट हासिल करने के लिए उत्तर प्रदेश आते हैं और उन्हें गली देते हैं। जब कि पिता अच्छी शख्सियत थी। मुसलमानों के प्रति उनके दिल में सच्ची हमदर्दी थी। अपनी कौम का हमेशा भला चाहते थे। खिदमत का कोई मौका नहीं चूकते थे। इसकी मिसाल देते हुए मुलायम ने बताया कि जब वह देश के रक्षा मंत्री थे। सुल्तान साहेब उनके पास मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव लेकर आए थे। उनका कहना था कि इसके लिए रक्षा विभाग ना तो अनापत्ति प्रमाण पत्र दे रहा है और ना ही अधिकारी ज़मीन देने को राज़ी हैं। इसपर उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री से बात की और उनके दोनों मसले दूर कराए। मगर असदउद्दीन उस अहसान को भूल गए और केवल मुस्लिम वोट पाने केलिए उन्हें गरिया रहे हैं।

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उल्लेखनीय है कि सपा मुख्या का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब ए आईं एम आई एम प्रमुख की यूपी में जनसभाओं का दौर जरी है। इन जनसभाओं में अपार भीड़ जुटने की बराबर खबरें आ रही हैं। 17 अगस्त को भी ओवैसी की फैज़ाबाद में जनसभा होनी थी। मगर वहां के एस डी एम अरविंद ने यह कहकर इसकी इजाजत नहीं दी कि इसमें आने वाली भीड़ को संभाल पाना प्रशासन के लिए मुश्किल होगा। अभी अयोध्या में सावन झूला का कार्यक्रम चल रहा है। जिले का सारा पुलिस बल वहीँ तैनात है। इससे पहले भी कानून व्यवस्था का प्रश्न उठा कर ओवैसी की कई जनसभाएं रद्द कराई गई हैं। जानकारों का मानना है कि ओवैसी की सक्रियता से मुलायम का यादव -मुस्लिम समीकरण बिखर सकता है। उन्हें यूपी में नहीं जमने देने के लिए चारों तरफ से हमले किए जा रहे हैं। इसी आशंका से कांग्रेस भी डरी हुई है, पर ओवैसी को इग्नोर करने की रणनीति अपनाई जा रही है। इसपर अमल करते हुए 15 अगस्त को कानपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने उनका खुलकर मज़ाक उड़ाया था।
लखनऊ से एम ए हाशमी