अफ़्ग़ानियों की गै़रक़ानूनी आमदरोफ़त पर क़ाबू केलिए स्कियोरटी मंसूबे की हिदायत

अफ़्ग़ानिस्तान से ना पसंदीदा अनासिर और अफ़्ग़ान बाशिंदों की गै़रक़ानूनी आमदरोफ़त पर क़ाबू पाने केलिए महिकमा दाख़िला ख़ैबर पुख़्तून खोह ने फ़ाटा सुकर ट्रीट को हंगामी बुनियादों पर सैक्योरिटी मंसूबा बनाने की हिदायत करदी।

ये मंसूबा वफ़ाक़ को भी भेजा जाएगा। हमसाया मुल़्क अफ़्ग़ानिस्तान के साथ पाकिस्तान की अढ़ाई हज़ार किलोमीटर सरहद लगती है।ख़ैबर एजैंसी का तौर-ए-ख़म बॉर्डर दोनों ममालिक के दरमयान आमद-ओ-रफ़्त और तिजारत का अहम ज़रीये है। जहां से रोज़ाना हज़ारों अफ़राद सरहद पार करके पाकिस्तान में दाख़िल होते हैं जिन में बड़ी तादाद में ना पसंदीदा लोग भी शामिल होते हैं।

बैन-उल-अक़वामी शाहराह के अलावा ये ना पसंदीदा अनासिर ग़ैर मारूफ़ रास्तों के ज़रीये भी बाजोड़ , महमंद ,करम जुनूबी और शुमाली वज़ीरस्तान में दाख़िल होते हैं।ख़ैबर पुख़्तून खोह पुलिस के मुताबिक़ सूबे में बदअमनी के वाक़ियात में उन्ही नापसंदीदा अनासिर का हाथ होता है।

सूरत-ए-हाल से परेशान सुबाई महिकमा दाख़िला ने पाक अफ़्ग़ान सरहद की सैक्योरिटी बेहतर बनाने के लिए फ़ाटा सैक्रेटरीएट को हंगामी बुनियादों पर जामि मंसूबा तैय्यार करने की हिदायत की है।फ़ाटा सैक्रेटरीएट को मंसूबा वफ़ाक़ी हुकूमत और महिकमा दाख़िला ख़ैबर पुख़्तून खोह को फ़ौरी तौर पर भिजवाने का हुक्म दिया है।

ताकि सरहद पर नापसंदीदा अनासिर और अफ़्ग़ान बाशिंदों की गै़रक़ानूनी आमदरोफ़त को रोका जा सके।