अफ़्ग़ानिस्तान पर बाण कान्फ़्रैंस के बाईकॉट का फ़ैसला: पाकिस्तान

लाहौर ३० नवंबर (पी टी आई) पाकिस्तान ने सरहद पार नाटो फ़िज़ाई हमले के ख़िलाफ़ बतौर-ए-एहतजाज अफ़्ग़ानिस्तान के मसला इंतिहाई अहम बाण कान्फ़्रैंस के बाईकॉट का फ़ैसला किया है।

फ़ोन ने इस हमला को दानिस्ता तौर पर की गई कार्रवाई और जारहीयत से ताबीर किया जिस के नतीजा में मुल्क़् के अमरीका के साथ पहले से तात्तुल का शिकार रवाबित मज़ीद अबतर होने का ख़तरा बढ़ गया है जर्मनी के शहर बाण में ये अहम कान्फ़्रैंस 5 दिसम्बर को मुनाक़िद होने वाली है। वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी की ज़ेर-ए-सदारत काबीना के तीन घंटे तवील ख़ुसूसी इजलास में इस कान्फ़्रैंस के बाईकॉट का फ़ैसला किया गया। मेजर जनरल इशफ़ाक़ नदीम अहमद जो पाकिस्तानी फ़ौज के डायरैक्टर जनरल मिल्ट्री ऑपरेशंस हैं, रावलपिंडी में मीडीया के नुमाइंदों और दिफ़ाई तजज़िया निगारों को बताया कि नाटो ने जो हमला किया है, वो दानिस्ता तौर पर की गई कार्रवाई और जारहीयत है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी फ़ौज पर हमले से बेख़बर होने नाटो का दावा नाक़ाबिल-ए-क़बूल ही। काबीना ने अफ़्ग़ानिस्तान में अमन-ओ-इस्तिहकाम के लिए पाकिस्तान के तआवुन के अह्द का इआदा किया लेकिन ये फ़ैसला किया गया कि अफ़्ग़ानिस्तान के मुस्तक़बिल पर होने वाली बाण कान्फ़्रैंस में शिरकत नहीं की जाएगी । का बीनी इजलास के बाद एक ब्यान में कहा गया कि पाकिस्तान इस कान्फ़्रैंस की कामयाबी का ख़ाहां है लेकिन मौजूदा हालात में इस कान्फ़्रैंस में शिरकत ना करने का फ़ैसला किया गया है ।

ब्यान के मुताबिक़ नाटो के हमले पार्टनरशिप के जज़बा से आरी और ऐन बरअक्स हैं जिन्हें तवील अर्सा तक बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। काबीना ने नाटो का रसद रोक देने का बीनी दिफ़ाई कमेटी के फ़ैसला की ताईद की। इस के इलावा अंदरून 15 यौम अमरीका से शमसी अरबीस के तख़लिया के हुक्म भी तौसीक़ की ।

वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने इजलास में कहा कि पाकिस्तान की सालमीयत और इलाक़ाई यकजहती पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता।

फ़ैसला पर नज़रसानी करने हामिद करज़ई की दरख़ास्त
9 सदर अफ़्ग़ानिस्तान हामिद करज़ई ने पाकिस्तान से बाण कान्फ़्रैंस के बाईकॉट के फ़ैसला पर नज़रसानी की दरख़ास्त की । उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान की ग़ैर हाज़िरी के नतीजा में ये कान्फ़्रैंस इलाक़ा में अमन की बहाली के लिए जारी कोशिशों के ताल्लुक़ से मुआविन साबित नहीं होगी।

उन्होंने आज वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान यूसुफ़ रज़ा गिलानी से फ़ोन पर रब्त क़ायम किया और नाटो फ़िज़ाई हमलों में पाकिस्तानी सिपाहीयों की हलाकत पर ताज़ियत का इज़हार किया । हामिद करज़ई की दरख़ास्त पर यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने पूछा कि जब अफ़्ग़ान सरज़मीन से पाकिस्तान की सालमीयत की ख़िलाफ़वरज़ी हो रही हो, ऐसे में पाकिस्तान तामीरी रोल किस तरह अदा कर सकता है ।