आज ही के दिन अपनों ने की थी बंगाल के अंतिम नवाब सिराजुद्दौला की हत्या

नई दिल्ली: विश्व में प्रत्येक दिन कुछ अच्छी व कुछ बुरी घटनाएं घटित होती हैं. बहुत सी घटनाएं तारीख विस्मृत कर देती है जबकि कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जो इतिहास बदल देती है और जिन्हें तारीख अपने अमिट पन्नों में दस्तावेज की तरह संरक्षित कर लेती है. इसी कड़ी में आज यानि 2 जुलाई को इतिहास के पन्नों में दर्ज कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का उल्लेख इस प्रकार हैं. आज ही के दिन बंगाल के अंतिम स्वतंत्र नवाब सिराजुद्दौला की हत्या के साथ ही उनके शासन की समाप्ति को भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन की नींव माना जाता है.

प्लासी की लड़ाई में नवाब की सेना के सेनापति मीर जाफर ने धोखा किया और 23 जून, 1757 को बंगाल की सेना रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व वाली ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना से हार गयी. हार के बाद दो जुलाई 1757 को नवाब सिराजुद्दौला को पकड़ लिया गया. ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ हुए समझौते के मुताबिक मोहम्मद अली बेग ने नमक हराम देवड़ी में नवाब की हत्या कर दी. सिराजुद्दौला की हत्या को लेकर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मीर जाफर के बीच समझौता हुआ था. बंगाल के अंतिम नवाब सिराजुद्दौला की कब्र पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के खुशबाग में स्थित है.

दो जुलाई के नाम पर इतिहास में दर्ज कुछ अन्य  तथ्य
02 जुलाई 1306 को अलाउद्दीन खिलजी ने सिवाणा पर आक्रमण किया था. वहीँ आज ही के दिन यानि 02 जुलाई 1757 को प्लासी की लड़ाई में हार के बाद बंगाल के अंतिम नवाब सिराजुद्दौला की हत्या कर दी गई थी. 02 जुलाई 1940 को ब्रिटिश हुकूमत ने सुभाषचन्द्र बोस को विद्रोह भड़काने के आरोप में कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया था. 02 जुलाई 1940 के दिन हिटलर ने ब्रिटेन पर हमले का आदेश देते हुए  ‘ऑपरेशन सी लायन’ की शुरुआत की थी. वहीँ 02 जुलाई 1941 के दिन भयंकर नाजी नरसंहार हुआ और लेम्बर्ग में करीब  सात हजार लोग मारे गए. 1949 में आज ही के दिन वियतनाम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली थी.

02 जुलाई 1962 के दिन सैम वाल्टन ने अरकंसास के रोजर्स में अपना पहला वॉलमार्ट स्टोर खोला था. 1979 में 02 जुलाई को ही सुसान बी एंथनी डॉलर जारी किया गया, एक महिला का सम्मान करने के लिए यह पहला अमेरिकी सिक्का जारी किया गया था. इसी प्रकार 02 जुलाई 1985 के ही दिन आंद्रेई ग्रोमिको सोवियत संघ के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे. 02 जुलाई 1993 को जारी अध्यादेश के जरिए ओएनजीसी को कॉरपोरेशन में बदला गया था. और 02 जुलाई 2002 के ही दिन हेपेटाइटिस सी की जांच को पूरे भारत में अनिवार्य किया गया था.

(इनपुट एजेंसी )