आशाराम के गवाह के क़त्ल की सी बी आई तहक़ीक़ात का मुतालिबा

मुज़फ़्फ़र नगर

ख़ुद साख़ता गॉड मैन आशाराम के ख़िलाफ़ जिन्सी हिरासानी केस में मक़्तूल गवाह के वालिद ने अपने फ़र्ज़ंद के क़तल की सी बी आई तहक़ीक़ात कराने का मुतालिबा किया। नरेश गुप्ता ने अपने फ़र्ज़ंद अखील के क़तल की तहक़ीक़ात कराने का मुतालिबा करते हुए इल्ज़ाम आइद किया कि ये मुक़ामी दुश्मनी का नतीजा नहीं है।

ये रास्त आश्रम की ज़मानत मुस्तरद करने का शाख़साना है। हाइकोर्ट ने इस माह के अवाइल में आश्रम की ज़मानत मुस्तरद करदी थी। उन्होंने मज़ीद कहा कि आशाराम की दुख़तर भारती इस क़त्ल में मुलव्विस होसकती है क्यों कि वो जेल से रहा हुई है। गुप्ता ने उन के अरकाने ख़ानदान की स्कियोरटी में इज़ाफे का मुतालिबा किया क्यों कि उनके फ़र्ज़ंद की यूई भी इस केस में गवाह हैं। इस दौरान आई पी ऐस ओहदेदार अमिताभ ठाकुर ने रियासती डी जी पी से दरख़ास्त की है कि वो मक़्तूल के अरकाने ख़ानदान को मुनासिब तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम किया जाये।