इंतिहा‍ ए‍ हो गई……………

सयासी रक़ाबत कभी कभी किस हद तक गिर जाती है इस का अंदाज़ा इस वाक़िया से लगाया जा सकता है जहां एक आज़ाद म्यूनसिंपल कौंसिलर ने अपोज़ीशन कौंसिलर पर सिर्फ तवज्जा मबज़ूल करवाने के लिए कि इस के इलाक़ा में हिफ़्ज़ान-ए-सेहत के हालात दगरगों हैं, कचरे का ढेर फेंक दिया, जिस का नतीजा ये हुआ कि दीगर कौंसिलर्स ने इस की पिटाई कर दी।

ये वाक़िया जयपुर असेंबली के बजट सेशन के दौरान पेश आया। जब कांग्रेस की ताईद वाले आज़ाद कौंसिलर नवाब अली ने बी जे पी के कौंसिलर और सैनिटरी कमेटी के सदर नशीन रोशन लाल सैनी पर कचरे से भरी हुई पूरी बाल्टी ख़ाली कर दी, जिस के बाद बी जे पी के दीगर ब्रहम कौंसिलर्स ने नवाब अली की जम कर पिटाई की जिस के बाद मार्शलस ने वहां पहुंच कर हालात को क़ाबू में किया।