इंसिदाद बरदाफ़रोशी के लिए हिंद – बंगला देश समझौता को काबीना की मंज़ूरी

नई दिल्ली: वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के दौरा ढाका से ऐन क़बल मर्कज़ी काबीना ने इंसानों की स्मगलिंग (बरदाफ़रोशी) को रोकने और मुतास्सिरीन को उनके ख़ानदानों तक पहूँचाने के मक़सद से हिन्दुस्तान और बंगला देश के माबैन एक समझौते को मंज़ूरी दे दी। काबीना ने वज़ीर-ए-आज़म मोदी के ज़ेर-ए-सदारत मुनाक़िदा इजलास में बिलख़सूस ख़वातीन और बच्चों के बिशमोल हर किस्म की इंसानी स्मगलिंग को रोकने और मुतास्सिरीन को इस ग़ैर इंसानी-ओ-गै़रक़ानूनी अमल से बरवक़्त बचाते हुए उनकी इमदाद-ओ-बाज़ आबादकारी के अलावा मुतास्सिरीन को उनके मुताल्लिक़ा ख़ानदानों तक पहूँचाने के लिए बंगला देश के साथ एक याददाश्त मुफ़ाहमत पर दस्तख़त को मंज़ूरी दी।

एक सरकारी बयान में कहा गया है कि हर किस्म की इंसानी स्मगलिंग बिलख़ुसूस ख़वातीन और बच्चों की बरदाफ़रोशी को रोकने में ये याददाश्त मुफ़ाहमत मुआविन साबित होगी। दोनों पड़ोसी मुल्कों में मुनज़्ज़म जराइम के सिंडीकेटस और बुरदा फ़रोशों के ख़िलाफ़ आजलाना तहक़ीक़ात और क़ानूनी कार्रवाई को यक़ीनी बनाया जाएगा। काबीना के इजलास के बाद वज़ीर टेलीकॉम रवी शंकर प्रसाद ने कहा कि इंसानी स्मगलिंग एक बड़े मसले की हैसियत से उभरी है और इस स्मगलिंग को रोकने की सिम्त याददाश्त मुफ़ाहमत एक अहम कोशिश है। नरेंद्र मोदी 6 और 7 जून को ढाका का दौरा करेंगे।