इमरान खान ने परमाणु पर फैसला लेने वाली नेश्नल कमांड ऑथोरिटी की बैठक बुलाई!

भारतीय वायुसेना द्वारा हवाई हमलों के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस हद तक घबरा गए हैं कि उन्होंने आज NAC यानि नेश्नल कमांड ऑथोरिटी की बैठक बुलाई है। ये पाकिस्तान की सबसे हाईपावर कमेटी होती है और इस कमेटी के पास ही स्पेस वॉर से लेकर एटम बम तक का बटन होता है।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, इमरान खान ने आज पार्लियामेंट का ज्वाइंट सेशन भी बुलाया है जिसमें वो भारत की कार्रवाई पर बयान दे सकते हैं। पाकिस्तान किस कदर घबरा गया है उसकी बानगी इस्लामाबाद से कराची तक और लाहौर से पेशावर तक दिख रही है।

पाकिस्तान की सरकार से लेकर पाकिस्तान का मीडिया तक ये साबित करने में लगा हुआ है कि कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ है। एक तरफ तो पाकिस्तान ये दावा कर रहा है कि भारतीय एयरफोर्स की स्ट्राइक में उसका पत्ता भी नहीं हिला वहीं दूसरी तरफ हमले से हिले इमरान खान ने पार्लियामेंट का ज्वाइंट सेशन तो बुलाया ही NAC यानि नेश्नल कमांड ऑथोरिटी की बैठक बुला ली है।

NCA पाकिस्तान की सिविल और मिलिट्री एडमिनिस्ट्रेश की ज्वाइंट कमेटी है जिसके पास ही परमाणु बम का बटन होता है। NCA में प्रधानमंत्री, विदेश, गृह और वित्त मंत्री होते हैं। NCA में पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के चीफ भी शामिल होते हैं।

NCA को ही अधिकार है कि वो परमाणु बम के बारे में फैसला ले सके। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता ले. जन. आसिफ गफूर ने कहा, ‘’अब भारत की बारी है कि वो हमारे जवाब का इंतज़ार करे।

जवाब मिलेगा जब हम तय करेंगे, जब हमारी सिविल मिलिट्री लीडरशिप तय करेगी। मतलब तय कर लिया है कि अब आपकी बारी है। इंतज़ार कीजिए और हमारे सरप्राइज़ का इंतज़ार कीजिए।‘’

पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मंगलवार की सुबह से ही बौखलाए हुए थे। सुबह 5 बजकर 12 मिनट पर उन्होंने ट्वीट करके ये बताने की कोशिश की कि उन्होंने भारतीय एयरफोर्स को खदेड़ दिया है लेकिन जब दिन के उजाले के साथ ज़ख्म दर्द देने लगे तो पाकिस्तान में हड़कंप मच गया।

इमरान खान और उसके मंत्रियों को समझ नहीं आया कि करें तो क्या करें। अब आप पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान सुनेगें तो आपको साफ साफ पता लग जाएगा कि कैसे मिराज के हमले का खौफ इनके दिलों के अंदर बैठ गया है।

पाकिस्तान के रक्षामंत्री परवेज खटक ने कहा, ‘’ये जो हमला हुआ सुबह, वो करीब 4-5 किलोमीटर अंदर आए। उन्होंने बम फेंका, हमारी एयर फोर्स तैयार थी लेकिन रात का वक्त था इसलिए पता नहीं चला कि कितना नुकसान हुआ। उन्होंने उसके लिए इंतजार किया, अभी क्लीयर डायरेक्शन मिल चुकी है। इंशाअल्लाह आगे कोई हरकत होगी तो एक्शन लिया जाएगा।‘’

भारतीय वायुसेना के हमले को 12 घंटे से ज्यादा बीत चुके थे लेकिन इमरान सरकार को समझ नहीं आ रहा था कि हुआ क्या क्या है। यही वजह थी कि एक मंत्री कह रहा था कि उन्हें अंधेरे में दिखाई नहीं दिया तो दूसरा मंत्री ये साबित करने में लगा था कि पाकिस्तानी एयरफोर्स के अलर्ट रहने के चलते भारतीय जहाज़ों को लौटना पड़ा।

पाकिस्तान दुनिया में अलग थलग पड़ा हुआ है। भारत की कार्रवाई के बाद उसे उम्मीद थी कि दूसरे मुल्क उसके ज़ख्मों पर मरहम लगाएंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब इमरान उस कमेटी की बैठक कर रहे हैं जिसके हाथ में परमाणु बम का बटन है।