इशरत मामला: आरोपी डीजीपी को तीन महीने का विस्तार

गांधीनगर: गुजरात के प्रभारी (डीजीपी) पीपी पांडेय की सर्विस की अवधि में आज उनके नियत कार्यकाल के अंतिम दिन तीन महीने के विस्तार कर दिया गया। इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले के आरोपी रहे पांडे 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वे आज ही रिटायर होने वाले थे। केंद्र सरकार की कैबिनेट समिति ने राज्य सरकार से उन्हें तीन महीने के विस्तार देने की सिफारिश को स्वीकार कर लिया। इस संबंध में अधिसूचना आज ही जारी किया गया।

उन्हें भ्रष्टाचार ब्यूरो के निदेशक के साथ ही प्रभारी डीजीपी के पद पर बरकरार रखा गया है। इसके साथ ही राज्य में नए डीजीपी के संबंध में अटकलें खत्म हो गई हैं। याद रहे कह राज्य की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी गीता जौहरी ने कल मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और इस तरह की अटकलें थीं कि उन्हें पांडे के सेवानिवृत्ति के मामले में डीजीपी का पद सौंपा जा सकता है।

पांडे इशरत जहां एनकाउंटर मामले में जुलाई 2013 में गिरफ्तारी के बाद 19 महीने जेल में भी रहे थे और फरवरी 2015 में जमानत पर रिहाई के बाद उन्हें पदोन्नति देकर प्रभारी डीजीपी बना दिया गया था। इसे पूर्व पुलिस अधिकारी जूलियो रीबियरो ने अदालत में चुनौती दी थी लेकिन अदालत ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। पांडे ने इशरत जहां एनकाउंटर मामले में आरोपों से बरी करने के लिए सीबीआई की विशेष अदालत में अर्जी भी दे रखी है।