ईरान अमेरिका के लिए गंभीर खतरा नहीं- CIA रिपोर्ट

मंगलवार को सेनेट की ख़ुफ़िया समिति के सामने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों के प्रमुख अधिकारियों ने यह कहते हुए ट्रम्प प्रशासन के ईरान से सैन्य टकराव के अरमानों पर पानी फेर दिया कि ईरान, अमरीका के लिए गंभीर ख़तरा नहीं है।

अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों के प्रमुखों ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प द्वारा ईरान, सीरिया और उत्तर कोरिया को बड़े ख़तरे के रूप में पेश करने की नीति का विरोध किया और इसके बजाए चीन और रूस को अमरीका के लिए सबसे बड़ा ख़तरा क़रार दिया।

‘parstoday.com’ अमरीकी सेनेट की ख़ुफ़िया समिति के सामने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए सीआईए प्रमुख जीना हास्पेल ने उल्लेख किया कि ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते से ट्रम्प प्रशासन के एकतरफ़ा तौर पर निकलने के बाद ईरान अमरीकी प्रतिबंधों का सामना करने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की तैयारी कर रहा है।

सेनेट की ख़ुफ़िया समिति में सुनवाई के दौरान हास्पेल के अलावा अमरीकी राष्ट्रीय ख़ुफ़िया एजेंसी के प्रमुख डैनियल कोट्स भी मौजूद थे, उन्होंने स्वीकार किया कि अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों का मानना है कि तेहरान परमाणु हथियारों की प्राप्ति के लिए प्रयास नहीं कर रहा है।

इस प्रकार, अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों के प्रमुखों ने ट्रम्प प्रशासन की मूल विदेश नीति का विरोध करते हुए ईरान को अमरीका के लिए प्रमुख ख़तरा नहीं बताया है।

हालांकि अमरीकी राष्ट्रीय सुलाहकार जॉन बोल्टन और अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ईरान को अमरीका और क्षेत्रीय शांति के लिए प्रमुख ख़तरा बताकर, तेहरान से सीधे सैन्य टकराव के लिए युद्ध का नगाड़ा पीट रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों की इस रिपोर्ट से ट्रम्प प्रशासन को एक और झटका लगेगा, जो पहले ही देश की संस्थाओं से टकराव के लिए बदनाम है।