ईरान का मुआइना कारों को जौहरी तंसीबात तक रसाई से इनकार

ऐसे में जब जौहरी समझौते के हुसूल के लिए अमरीकी वज़ीरे ख़ारजा जॉन कैरी और उन के ईरानी हम मंसब मुहम्मद जव्वाद ज़रीफ़ ने हफ़्ते के रोज़ जिनेवा में मुलाक़ात की, ईरान ने ये बात दुहराई है कि बैनुल अक़वामी मुआइना कारों को उन के मुल्क की फ़ौजी तंसीबात तक रसाई नहीं दी जाएगी।

ईरानी मुज़ाकराती वफ़्द के मुआविन सरब्राह, अब्बास एराकची ने कहा है कि अक़वामे मुत्तहिदा के मुआइना कारों को ईरानी साईंसदानों और फ़ौजी मुक़ामात तक रसाई की इजाज़त मुज़ाकरात का हिस्सा नहीं।

ईरान के फ़ौजी मुक़ामात का मुआइना मग़रिब का एक कलीदी मुतालिबा है। कैरी और ज़रीफ़ ने अपने अपने वफ़ूद की मौजूदगी में, जिनेवा के एक होटल में छः घंटों तक बातचीत की, जिस से एक माह बाद, 30 जून को तारीख़ी जौहरी समझौते की हतमी तारीख़ ख़त्म होगी।