एफ डी आई से किराना शॉप्स ख़तम‌ नहीं होंगे

वज़ीर ए आज़म के मशी मुशावरती (आपसी बातचीत‌ ) कौंसल के चेरमेन‌ सी रंगा राजन ने आज उन अन्य देशो को कम करने की ख़ाहिश की के रीटेल शोबा ( sector) में एफ डी आई आने से छोटे किराना स्टोर्स सफ़ हस्ती से मिट जायेगे और उन की जगह असरी और मुनज़्ज़म तरीके से रीटेल मराकिज़ क़ायम होंगे ।

यहां रीटेल तिजारत पर मुनाक़िदा (आयोजित्) एक सेमिनार‌ से ख़िताब करते हुए सी रंगा राजन ने कहा कि छोटे ताजिरात‌ मार्केट में बरक़रार रहेंगे दर हक़ीक़त आलमी तजुर्बा बताता है कि असली मुल्कों में भी जहां बड़े पैमाना पर डिपार्टमेंट स्टोर्स काम कर रहे हैं वहां छोटे ताजिरों(bussiness man) के स्टोर्स ग़ायब नहीं हुए । किराना स्टोर को बक़ा हासिल होगा और वो भी असरी रीटेल शोबा का हिस्सा बनकर‌ ख़ुद को मुनज़्ज़म तर्ज़ के दूकानदार बनाने में कामयाब होंगे ।

ये किराना शॉप्स और फुटपाथ पर कारोबार करने वाले भी असरी रीटेल शोबा की कड़ी का हिस्सा बन जायेगा । अगर ये छोटे ताजिर (bussiness)मुनज़्ज़म किराना रीटेल शोबा से ख़ुद को वाबस्ता करलें तो वो ख़ुद को भी मुनज़्ज़म(बरकारर‌) बना सकते हैं । बहतरीन तरबियत हासिल करके सरमाया मशग़ूल किया जा सकता है ताहम उन्हों ने कहा कि गज़ा में असरी रीटेल की शरह 25 ता 30 फीसद बढ़ जायेगा तो इस से सब से पहले ताजरिन‌ पर असर पड़ेगा और इस के बाद छोटे और मुतवस्सित बयो पारीयां मुतास्सिर होंगे ।

उन्हों ने कहा कि डीज़ल की कीमत में इज़ाफ़ा से इफ़रात ज़ेर पर असर पड़ेगा लेकिन हुकूमत के इस इक़दाम से मालीयाती ख़सारा (नुकसान्) क़ाबू पाने में मदद मिलेगी । तवील मुद्दती मीआद के लिए ये फ़ायदेमंद है । इस तरह के इक़दामात के फैसला से ही हुकूमत ख़सारा पर क़ाबू पा सकती है । मौजूदा मार्केटिंग नज़म-ओ-नसक़ मज़बूत नहीं है । हुकूमत के नए इक़दामात से हिंदूस्तानी मार्किट को इस्तिहकाम मिलेगा