एफ़ बी आई ट्रेनिंग के दौरान इस्लाम और हुज़ूर (स.ल.अ.म) की शान में गुस्ताख़ी

वाशिंगटन /18 सितंबर (एजैंसीज़) अमरीका की वफ़ाक़ी तहक़ीक़ाती तंज़ीम एफ़ बी आई ने अपने ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान इस्लाम और हुज़ूर सल्ला ल्लाह अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताख़ी का इर्तिकाब किया है। फैडरल ब्यूरो आफ़ इनोसटीगीशन की इस गुस्ताखाना हरकत के ख़िलाफ़ अरब अमरीकी नज़ाद और मुस्लमानों के ग्रुप ने सख़्त मुज़म्मत करते हुए एहतिजाज किया है। एफ़ बी आई ने ट्रेनिंग के लिए इस्तिमाल किए जाने वाले मटेरियल को हुज़ूर की शान में गुस्ताख़ी करते हुए पेश किया है और तशद्दुद के लिए इस मटेरियल को मुस्लमानों के मज़हबी अक़ीदा से मंसूब किया है। अमरीकी अरब मुख़ालिफ़ इमतियाज़ कमेटी के क़ानूनी डायरैक्टर आबिद अय्यूब ने कहा कि एफ़ बी आई की ये हरकत तकलीफ़देह है। अय्यूब ने कहा कि इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी ट्रेनिंग के लिए जिस मटेरियल का इस्तिमाल किया जा रहा है, वो गुस्ताखाना हरकत पर मबनी है। ला अनफ़ोरसमनट एजैंसीयों के लिए जिस ट्रेनिंग मटेरियल को इस्तिमाल किया गया है, उसे दरअसल इस्लाम और अरबों में गुस्ताखाना हरकत और तौहीन इस्लाम तसव्वुर किया जाता है। सब से बड़ा सवाल ये है कि एफ़ बी आई ने इस मवाद को अपनी ट्रेनिंग के लिए इस्तिमाल क्यों किया?। अमरीकी क़ानून में ऐसे कोई रहनुमा या ना ख़ुतूत नहीं हैं, जिन की मदद से उन्हें रोका जा सके। ट्रेनिंग के दौरान बाअज़ इस्लामी तर्ज़ के एहदाफ़ बनाकर क़ुरआन मजीद की आयात और अहादीस के हवालों से इस्लाम को तशद्दुद पसंद मज़हब क़रार दिया गया है। ट्रेनिंग चार्ट में बताया गया है कि क़ुरआन मजीद के बरअक्स बाइबल और तौरेत में तशद्दुद को मिटाने की ख़ास तालीम दी गई है। एफ़ बी आई ने अपनी वेबसाइट पर एक ब्यान जारी करते हुए ट्रेनिंग के दौरान इस्तिमाल किए जाने वाले मवाद से मुताल्लिक़ तरदीद की है। इस ने कहा है कि इस मवाद को शुमाली वर्जीनिया रीज़ीडनट एजैंसी से ताल्लुक़ रखने वाले 37 एजैंटस के सामने सिर्फ अप्रैल में एक मर्तबा पेश किया गया था, लेकिन उसे फ़ौरी हटा लिया गया, क्योंकि ये एफ़ बी आई मेयारात के मुताबिक़ नहीं था