ए एफ सी सदारत के लिए किसी की हिमायत नहीं कर रहे: फ़ीफ़ा

ज़्यो रुख़ 30 अप्रैल : एशियन फुटबाल कन्फीडरेशन के सदारती चुनाव‌ 2 मई को कवालम्पुर में होगा 4 उम्मीदवार मैदान में हैं।

ओहदा क़तर से ताल्लुक़ रखने वाले मुहम्मद बिन हमाम की करप्शन इल्ज़ामात के बाद बरतरफ़ी के सबब ख़ाली हुआ था। ए एफ सी की सदारत के लिए अरब इमारात फुटबाल फ़ैडरेशन के सरबराह यूसुफ़ अल्सर सिल, बहरीन के शेख़ सलमान बिन इबराहीम उल-ख़लीफ़ा, सऊदी अरब के हाफ़िज़ इलिमद लीज और ए एफ सी ऐगज़ीक्यूटिव के थाईलैंड से ताल्लुक़ रखने वाले रुकन वरावी मकोदी के दरमयान मुक़ाबला है।

इस इंतिख़ाब के हवाले से उमीद‌ की जा रही हैं कि यूसुफ़ अल्सर सिल को फ़ीफ़ा के सरबराह सैप ब्लाटर की मुकम्मल हिमायत हासिल है। इन ख़बरों को गुजिश्ता माह ज़्यो रुख़ में सरसल और सैप ब्लाटर के दरमयान होने वाली मुलाक़ात से मिली।

ताहम फ़ीफ़ा ने वाज़ह किया है कि वो ए एफ सी के चुनाव‌ में किसी भी फ़रीक़ की हिमायत नहीं कर रही और ग़ैर जांबनिदार है। सैप ब्लाटर ने कहा कि किसी की हिमायत नहीं कर रहे वो इन दिनों बहुत मसरूफ़ हैं और उनके पास इस मसले पर तवज्जो देने के लिए वक़्त बिलकुल नहीं है।

सरसल का इस हवाले से कहना है कि अगर ब्लाटर ने मेरी हिमायत की तो इसका भरपूर ख़ैर मुक़द्दम किया जाएगा अलबत्ता उन्होंने इस बारे में कोई ऐलान करना मुनासिब नहीं जाना तो में उसे उनकी मजबूरी समझूंगा। इसके बाद‌ सैप ब्लाटर ने कहा है कि फ़ीफ़ा को दरुस्त करने तक सदारत नहीं छोडूंगा।