कबायली नौजवानों को तालीम के ज़रिये बाशऊर बनाना ज़रूरी

मदन पर – राम पुर (ओडिसा)

कबायली और नक्सलाइट ज़ेरे असर इलाक़े में तक़रीब से सदर जम्हूरिया का ख़िताब

कबायली नौजवानों की तालीम के ज़रिये तरक़्क़ी का एतेमाद ज़ाहिर करते हुए सदर जम्हूरिया हिंद प्रण‌ब मुख़‌र्जी ने कबायली और नक्सलाइट ज़ेरे असर इलाक़े में एक जलसे से ख़िताब किया।

उन्होंने अपने ख़िताब में स्वामी विवेकानंद की तालीमात का हवाला देते हुए हर एक से ख़ाहिश की कि समाजी एतबार से महरूम अफ़राद को तामीर क़ौम में मदद देने के लिए आमादा करें। उन्होंने कहा कि इस इलाक़े को पसमांदा और ग़ुर्बत ज़दा समझा जाता है।

इस इलाक़े के अरकाने पार्लियामेंट‌ कई बार इस इलाक़े से मुताल्लिक़ कई मसाइल पार्लियामेंट‌ में उठा चुके हैं। नौजवानों का एतेमाद बहाल करने के लिए क्या किया जाना चाहिए? ये सवाल करने के बाद उन्होंने ख़ुद ही इस का जवाब देते हुए कहा कि एसा सिर्फ़ तालीम के ज़रिये मुम्किन है।

श्री राम कृष्णा आश्रम में विवेकानंद की यादगार में इमारत तामीर करने का एलान करते हुए उन्होंने इस इलाक़े की ग़ुर्बत और पसमांदगी पर इज़हार अंदेशा किया और कहा कि मदन पुर। राम पुर का इलाक़ा कभी मालदार और शानदार तमद्दुन का इलाक़ा था। इस के जंगलाती वसाइल में महाकबटारा (अज़ीम जंगल) के नाम से शौहरत हासिल की थी। उन्होंने गरीबों की फ़लाह-ओ-बहबूद खासतौर पर इस इलाक़े में मुक़ीम बच्चों के लिए आश्रम की फ़लाही ख़िदमात की सताइश की।