करीमनगर

* डयूटी करने वालों में आज तनख़्वाहों की तक़सीम * इंसिदाद सरका केलिए अवामी बेदारी ज़रूरी करीमनगर।1/ सेपटमबर, ( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) आम हड़ताल के दौरान डयूटी अंजाम देने वालों को यक्म अक्टूबर को तनख़्वाह की अदायगी होगी। इस बात से ज़िला कलैक्टर सुमीता सभरवाल ने वाक़िफ़ करवाया। जुमेरात की शाम कलक्ट्रेट मीटिंग हाल में मुनाक़िदा प्रैस कान्फ़्रैंस में उन्हों ने ख़िताब करते हुए कहा कि ज़िला भर में 56 हज़ार मुलाज़मीन हैं जिस में सी 1 फ़ीसद मुलाज़मीन डयूटी अंजाम दे रहे हैं चुनांचे तक़रीबन 10 करोड़ रुपय तक तनख़्वाहों की तक़सीम-ए-अमल में आएगी। इस में कंट्टर एक्ट मुलाज़मीन भी शामिल हैं। पुलिस और आग बुझाने वाली, वीजलनस, आर डब्लयू ऐस, रीवैन्यू, मैडीकल जैसे शोबा जात में ही मुलाज़मीन ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं। आम हड़ताल की वजह से इंतिज़ामीया को काफ़ी मुश्किलात पेश आरही हैं, ज़रूरी ख़िदमात की अंजाम दही के लिए हर मुम्किना कोशिश की जा रही है।ज़िला में मौजूदा मुश्किल तरीन हालात में भी साफ़ सफ़ाई का ख़ुसूसी प्रोग्राम रूबा अमल है ताकि अवाम को मुख़्तलिफ़ किस्म के मौसमी वबाई अमराज़ से बचाया जा सकी।ज़िला में हालिया डेंगू की कोई अम्वात नहीं हैं अलबत्ता मच्छर डेंगू पॉज़ीटिव केस की निशानदेही की गई जिस में तीन मरीज़ आदिल आबाद ज़िला से ताल्लुक़ रखने वाले हैं और तीन ज़िला के ही हैं। आइन्दा माह की 5तारीख़ तक ज़िला की सभी राशन की दुक्का नात को अश्या-ए-ज़रुरीया का ज़ख़ीरा पहुंचा दिया जाएगा। हड़ताल की वजह से ज़रई खाद की क़िल्लत पैदा हुई है लेकिन तलब के मुताबिक़ 2अक्टूबर तक 5हज़ार मैट्रिक टन खाद करीमनगर को लाए जाने की कोशिश की जा रही ही। ज़िला में वज़ीफ़ा जात की तक़सीम में कई एक मुश्किलात का सामना ही, वक़्त पर वज़ीफ़ा की तक़सीम केलिए मुतबादिल इंतिज़ाम के लिए इक़दामात किए जा रहे हैं लेकिन इंतिज़ाम ना होने की सूरत में दो माह का वज़ीफ़ा एक साथ अदा किया जाएगा। इस प्रैस कान्फ़्रैंस में महिकमा इत्तिलाआत-ओ-ताअलुकात-ए-आमा ऑफीसर मिस्टर सरीनवास शरीक थे। **सरका की वारदात ना होने के लिए अवाम की बेदारी भी ज़रूरी है, एहतियाती इक़दामात पर अमल करें। करीमनगर सैंटर्ल क्राईम स्टेशन ( सी सी ऐस ) इन्सपैक्टर पुलिस ऐम वेंकट रमना ने अवाम को ख़बरदार किया। उन्हों ने यहां सी सी ऐस पुलिस स्टेशन में मुनाक़िदा प्रैस कान्फ़्रैंस में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए अवाम से अपील की कि तहवारों मैं तातीलात में अपने मकानों को मुक़फ़्फ़ल करके दूसरे मुक़ामात को जाने वालों से ख़ाहिश की कि वो पुलिस को इत्तिला दें और मकानात में रोशनी रखें जहां तक होसके क़ीमती जे़वरात, नक़द रक़म घर में ना रखें किसी और महफ़ूज़ जगह या बैंकों में रख लें, अलमारियों के क़ुफ़ुल की कुंजियां साथ ही रखें, कोई भी नामालूम अफ़राद किराया पर मकान केलिए आने पर होशयार रहें और ख़वातीन जे़वरात पहन कर ख़्वाहमख़्वाह दूसरों के सामने नुमाइश ना करें। बैंक से रक़म निकालते वक़्त या साथ ले जाकर बैंक में जमा करवाते वक़्त काफ़ी चौकसी बरतें, अपनी रक़म की गिनती केलिए किसी के हवाले ना करें, कोई भी नामालूम शख़्स की मोटर सैक़ल या कार में लिफ़्ट ना लें और इस के साथ ना जाएं। दरगाह रहमत आबाद शरीफ़ पर डॉक्यू मनटरी फ़िल्म की तैय्यारी